रांची । झामुमो, कांग्रेस और राजद ने सोमवार को राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य निर्माण के बाद से सबसे ज्यादा जनसमर्थन से चुनी हुई गठबंधन सरकार को आज केंद्रीय एजेंसियों की मदद से अपदस्थ करने की कोशिश हो रही है। ज्ञापन में महागठबंधन के नेताओं ने केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की है। साथ ही कहा गया है कि संविधान के संरक्षक होने के नाते आप लोकतंत्र के चीरहरण को मौन होकर नहीं देख सकती। संघीय ढांचे को तार-तार होने से आपको बचाना ही होगा। हम केंद्रीय एजेंसियों को रोक नहीं सकते लेकिन आपसे गुहार जरूर लगा सकते हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि हेमंत सरकार ने जब कोरोना जैसी विपरीत परिस्थितियों में काम कर रही थी, तब भाजपा एक जिम्मेवार विपक्ष की भूमिका निभाने की जगह चुनी हुई सरकार को अपदस्थ करने का कुत्सित प्रयास कर रही थी। विधायकों को तोडने के प्रयास से लेकर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग का सिलसिला लगातार जारी है। केंद्रीय एजेंसियों की पिछले छह माह की भूमिका को देखें, तो स्वतः स्पष्ट हो जायेगा कि उनका एकमात्र उद्देश्य चुनी हुई सरकार को गिराना है।
ज्ञापन में कहा गया है कि आज हमारे लोकप्रिय नेता (हेमंत सोरेन) को प्रताड़ित किया जा रहा है। राज्य निर्माता दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भी भाजपा नेताओं ने बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। इनके खिलाफ लोकपाल में शिकायत दर्ज कराई गई। इससे स्पष्ट होता है कि केंद्रीय एजेंसियां आज केंद्र सरकार के इशारे पर चुनी हुई सरकार को अस्थिर करना चाहती हैं। इस ज्ञापन पर झामुमो के विनोद कुमार पांडेय, सांसद विजय हांसदा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री बादल सहित अन्य नेताओं ने भी हस्ताक्षर किया है।