यूपीए सरकार ने सरना धर्मकोड की मांग को खारिज कर दिया था
रांची। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने एक्स पर पोस्ट कर रांची आये लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी से सिर्फ एक प्रश्न का जवाब मांगा। प्रतुल ने 11 फरवरी, 2014 को यूपीए सरकार के तत्कालीन आदिवासी कल्याण मंत्री वी किशोर चंद्रदेव के लिखे पत्र को एक्स पर साझा करते हुए कहा कि उस समय की कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने सरना धर्मकोड को अव्यवहारिक बताते हुए मांग को खारिज किया था। प्रतुल ने कहा एक तरफ कांग्रेस आदिवासियों के लिए सरना धर्मकोड की मांग करती है। दूसरी और उनकी ही केंद्र सरकार इसे खारिज कर दिया था। प्रतुल ने जानना चाहा कि ये दोहरा मापदंड क्यों? जाहिर तौर पर कांग्रेस जनता को बरगलाने का प्रयास कर रही है।
प्रतुल ने कहा भारतीय जनता पार्टी हजारों वर्षों से अपनी परंपरा को जीवित रखने वाले आदिवासी समुदाय के हित में उचित समय पर हर उचित निर्णय लेने को तैयार है। प्रतुल ने कहा वैसे भी संथाली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करना, भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना, आदिवासी कल्याण मंत्रालय का गठन, आदिम जनजाति समूह के लिए विशेष पैकेज आदि सब कुछ भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में ही हुआ था।