Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, July 2
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»विभाजनकारी ताकतों से सतर्क रहे जनजाति समाज : उप राष्ट्रपति
    देश

    विभाजनकारी ताकतों से सतर्क रहे जनजाति समाज : उप राष्ट्रपति

    shivam kumarBy shivam kumarNovember 16, 2024Updated:November 16, 2024No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    उदयपुर। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जनजाति समुदाय को भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक ताकत बताते हुए कहा कि इनकी जीवनशैली, परंपराएं और मूल्य देश को स्थिरता और समृद्धि प्रदान करते हैं। उन्होंने जनजाति समाज को विभाजनकारी ताकतों से सतर्क रहने और सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने का आह्वान किया।

    उप राष्ट्रपति धनखड़ शनिवार को उदयपुर जिले के जनजाति बहुल कोटड़ा में वनवासी कल्याण परिषद की ओर से भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित जनजाति गौरव महोत्सव को सम्बोधित कर रहे थे।

    धनखड़ ने अपने संबाेधन में जनजातीय समुदाय की प्रकृति के प्रति आस्था और जल व जंगल के प्रति सम्मान को वैश्विक आदर्श बताया। उन्होंने कहा, “दुनिया जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए संघर्ष कर रही है। यदि उन्होंने जनजातीय समाज से धरती और जल की पूजा करना सीखा होता, तो यह संकट नहीं आता।” उन्हाेंने देश में जनजातीय समाज की आस्था को बदलने के कुप्रयासों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हमारी सांस्कृतिक धरोहर हमारी नींव है। इसे कमजोर करने की कोशिशें देश की एकता और विकास को नुकसान पहुंचा सकती हैं।”

    उप राष्ट्रपति ने कहा कि भारत तेजी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के बाद अब जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा, “यह प्रगति जनजाति समाज के योगदान के बिना संभव नहीं है।” महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण से समाज में सकारात्मक बदलाव आएंगे। उन्होंने जनजातीय महिलाओं द्वारा निर्मित कढ़ाई और हस्तशिल्प प्रदर्शनी ‘कमली’ की भी सराहना की।

    कार्यक्रम के बाद उपराष्ट्रपति धनखड़ ने समोर बाग में उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य मेवाड़ के पूर्व महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ को श्रद्धांजलि अर्पित की।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleबीआईटी कॉलेज में छात्रों के दो गुटों के बीच मारपीट, एक छात्र की मौत 
    Next Article बीआईटी कॉलेज में छात्रों के दो गुटों के बीच मारपीट, एक छात्र की मौत 
    shivam kumar

      Related Posts

      हिमाचल में खराब मौसम के बीच एचआरटीसी बस पलटी, 44 से ज्यादा यात्री घायल

      July 1, 2025

      राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोरखपुर में आयुष विवि का किया लोकार्पण

      July 1, 2025

      ‘कक्षा एक से छह तक क्षेत्रीय भाषा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए’, भाषा विवाद पर बोले आठवले

      July 1, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • किशोर जेना नीरज चोपड़ा क्लासिक 2025 से बाहर, यशवीर सिंह को मिला मौका
      • मुंबई से क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे यशस्वी जायसवाल
      • हिमाचल में खराब मौसम के बीच एचआरटीसी बस पलटी, 44 से ज्यादा यात्री घायल
      • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोरखपुर में आयुष विवि का किया लोकार्पण
      • ‘कक्षा एक से छह तक क्षेत्रीय भाषा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए’, भाषा विवाद पर बोले आठवले
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version