Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, December 26
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»कपड़ा कंपनियों का पलायन झारखंड सरकार की सबसे बड़ी विफलता: बाबूलाल
    Jharkhand Top News

    कपड़ा कंपनियों का पलायन झारखंड सरकार की सबसे बड़ी विफलता: बाबूलाल

    shivam kumarBy shivam kumarNovember 3, 2025No Comments1 Min Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। झारखंड प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्रदेश से चार बड़ी कपड़ा इकाइयों (टेक्सटाइल कंपनियों) के पलायन को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है।उन्होंने इसके लिए राज्य की औद्योगिक नाति और कुव्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया।

    बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि राज्य के लिए यह एक बड़ा औद्योगिक झटका है। उन्होंने लिखा कि राज्य से चार प्रमुख कपड़ा कंपनियां ओडिशा स्थानांतरित होना झारखंड के लिए एक बड़ा झटका है। उन्होंने दावा किया कि झारखंड की टेक्सटाइल नीति केवल कागजों तक सीमित है। इससे उद्योगपतियों को कोई लाभ नहीं रहा है।

    मरांडी ने कहा कि उद्योगपतियों को झारखंड में नीतिगत सहयोग और आवश्यक सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, जबकि पड़ोसी राज्यों में निवेशकों को बेहतर अवसर और प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं। इसी कारण चार प्रमुख कंपनियां अब अपना उत्पादन केंद्र झारखंड से ओडिशा स्थानांतरित करने की तैयारी में है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleकांग्रेस और आरजेडी हैं बिहार के विकास के ग्रहण, एनडीए ही बनाएगा स्वर्णिम बिहार : योगी आदित्यनाथ
    Next Article अनंत सिंह की गिरफ्तारी से बिहार की राजनीतिक साइक्लोन ने बदली दिशा
    shivam kumar

      Related Posts

      झारखंड शिक्षक नियुक्ति: सहायक आचार्यों की पोस्टिंग लिस्ट जारी, 27 दिसंबर तक जॉइनिंग अनिवार्य

      December 26, 2025

      झारखंड ब्यूरोक्रेसी में बड़ा संकट: IAS के 52 पद खाली, 11 अधिकारी हुए रिटायर

      December 26, 2025

      जामताड़ा लूटकांड को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल, दुकानदारों ने बंद रखीं दुकानें

      December 26, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • Exploration Approfondie Betify Casino Performances Offertes
      • Notice Technique Betify Casino Capacités Essentielles
      • Betify Casino: Guide Détaillé 153

      • Betify Casino – Examen Complet 108

      • झारखंड शिक्षक नियुक्ति: सहायक आचार्यों की पोस्टिंग लिस्ट जारी, 27 दिसंबर तक जॉइनिंग अनिवार्य
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version