रांची: कैशलेस झारखंड को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार, नीति आयोग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से डिजिधन मेला का आयोजन किया जा रहा है। डिजिटल ट्रांजैक्शन को प्रमोट करने के लिए मोरहाबादी स्थिति खादी एवं सरस मेला के परिसर में 1 जनवरी को डिजिधन मेला का आयोजन होगा। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल ने सूचना भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह मेला सुबह से शाम तक होगा। विशेष कार्यक्रम दोपहर 3.30 से 4.30 तक होंगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास मौजूद रहेंगे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह और राज्यमंत्री सुदर्शन भगत मौजूद रहेंगे। डिजिधन मेले के दौरान लकी ग्राहक योजना और डिजिधन धन व्यापार योजना का परिणाम एनपीसीआइ के द्वारा घोषित किया जायेगा। जिस व्यक्ति और व्यापारी ने सबसे ज्यादा डिजिटल ट्रांजैक्शन किया है, उन्हें प्राइज दिया जायेगा। साथ ही 1000 वीएलइ के माध्यम से मेले में मौजूद लोगों को कैशलेस की ट्रेनिंग दी जायेगी। मेले में बैंक, फर्टिलाइजर कंपनी, वित्तीय संस्थान और टेलीकॉम कंपनियां हिस्सा लेंगी।
झारखंड ने लक्ष्य से 6.5 गुणा ज्यादा उपलब्धि हासिल की
सुनील कुमार वर्णवाल ने कहा कि कैशलेस सोसाइटी के निर्माण के लिए प्रति ग्राम पंचायत 40 जनता और 10 दुकानदारों को शिक्षित किया जाना था। डिजिटल जागृति की दिशा में झारखंड ने अपने लक्ष्य से साढ़े 6 गुणा ज्यादा की उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने बताया कि परसेंटेज के एचीवमेंट के आधार पर झारखंड पूरे देश में प्रथम स्थान पर है, वहीं प्रति लाख एवं प्रति पंचायत की दर से देश में झारखंड पहले स्थान पर है, जबकि कुल शिक्षति लोगों की संख्या के आधार पर राज्य चौथे स्थान पर है। राज्य के अंदर लातेहार प्रथम और पूर्वी सिंहभूम दूसरे स्थान पर है। वर्णवाल ने कहा कि अन्य विभागों को भी कैशलेस किया जा रहा है। झारखंड सरकार बैंक, वित्तीय संस्थान और टेलीकॉम आॅपरेटरों के साथ मिलकर कैशलेस मुहिम को आगे बढ़ा रही है। बैंकों को रुपे कार्ड बांटने तथा उसे एक्टिव करने को कहा गया है।