नई दिल्ली: पूरे देश और दुनियाभर में आज क्रिसमस का त्योहार हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। शनिवार रात 12 बजते ही गिरिजाघरों में विशेष पूजा प्रार्थना शुरू हो गई। प्रार्थना व मिस्सा पूजा के बाद मध्य रात्रि 12 बजे प्रभु का जन्म हुआ। दिल्ली समेत देशभर के सभी चर्च रोशनी से जगमगा रहे है।
क्रिसमस ईसाईयों का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है। क्रिसमस के मौके पर देशभर के तमाम गिरजाघरों को सजाया गया है। इस मौके पर बड़ी तादात में लोग प्रभु यीशु को याद कर रहे है।
इसी दिन प्रभु ईसा मसीह या जीसस क्राइस्ट का जन्म हुआ था। क्रिसमस को बड़ा दिन भी कहा जाता है। ईशा मसीह को ही इशू भी कहा जाता है इशू एक महान व्यक्ति थे और उन्होने पूरे समाज को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। वो दुनिया के लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश देते थे। इशू को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। क्रिसमस के दिन चर्च में लोग विशेष प्रार्थनाएं करते हैं लोग अपने रिशतेदारों एवं मित्रों से मिलने उनके घर जाते हैं। सभी एक-दूसरे को उपहार देते हैं इस दिन खासतौर पर ईसाई लोग अपने आंगन में क्रिसमस ट्री लगाते हैं। घर की सफाई की जाती है घरों को विशेष रूप से सजाया जाता है।