रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि इस वर्ष झारखंड में धान की अच्छी फसल हुई है इसलिए सरकार किसानों को 1600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की कीमत देगी। साथ ही सरकार ने बोनस की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि इसका लाभ ज्यादा से ज्यादा किसानों को मिले, इसके लिए कार्य योजना बनाकर काम करें। सीएम ने कहा कि कैंप लगाकर किसानों का निबंधन कराया जाये। निबंधन कराने के लिए किसानों को जागरूक करें। जिन जिलों में धान की उपज ज्यादा है,
वहां निबंधन पर विशेष जोर दें, ज्यादा क्रय केंद्र खोलें। ये निर्देश मुख्यमंत्री रघुवर दास ने धान अधिप्राप्ति की बैठक में उपस्थित अधिकारियों को दिये। बीते सोमवार को राज्यस्तरीय 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक में धान क्रय केंद्रों पर बिचौलियों का कब्जा और किसानों से औने-पौने दाम पर धान खरीदे जाने का मामला उठा था। मुख्यमंत्री ने इसे काफी गंभीरता से लिया है। इसी क्रम उन्होंने बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
किसानों को सही समय पर सूचना दें : सीएम ने अधिकारियों से कहा कि मिशन मोड में कैंप कर किसानों को योजना से जोड़ें। जरूरत हो, तो और क्रय केंद्र खोलें। किसानों को सही समय पर सूचना मिले, इसकी समुचित व्यवस्था करें। जिला कृषि अधिकारी, सहकारिता अधिकारी और आपूर्ति अधिकारी की टीम बनायें और उन्हें समन्वय बनाकर काम करने को कहें।
बिचौलियों से किसानों को बचायें : सीएम ने कहा कि क्रय केंद्रों में धान बेचने पहुंचे किसानों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसका विशेष ध्यान रखें। बिचौलियों से उन्हें बचायें। मंत्री और अधिकारी भी आॅन स्पॉट जाकर स्थिति की समीक्षा करें। राज्य सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों एवं मिड डे मील के लिए जितना चावल खरीदा जाता है, उतना चावल झारखंड में ही पैदा हो, इसके लिए दीर्घकालीन योजना तैयार करें। बैठक में खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय, कृषि मंत्री रणधीर सिंह, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त अमित खरे, कृषि सचिव नितिन मदन कुलकर्णी और खाद्य आपूर्ति विभाग के सचिव विनय चौबे शामिल थे।