संयुक्त राष्ट्र: भारत पर द्विपक्षीय संबंधों को लेकर दरवाजे बंद करने का आरोप लगाते हुये पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों से कहा कि कश्मीर मुद्दे का समाधान करने में भूमिका निभाने और दोनों देशों के बीच तनावों को कम करने में मदद करने की विश्व निकाय की ‘‘नैतिक जिम्मेदारी’’ है। विदेशी मामलों में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विशेष सहायक सैयद तारिक फातमी ने शहर की अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान संयुक्त राष्ट्र के महासचिव पद के लिए निर्वाचित हुये एंतोनियो गुतारेस, उपमहासचिव जेल एलिआसन और राजनीतिक मामलों के अंडर सेक्रेटरी जनरल जेफरी फेल्टमैन से मुलाकात की।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के मिशन की तरफ से मंगलवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, फातमी ने संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों से कहा कि भारतीय बलों ने कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन, विशेष रूप से नागरिकों के अधिकारों के उल्लंघन, के मुद्दे पर से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान हटाने के लिए नियंत्रण रेखा और कार्यकारी सीमा पर संघर्षविराम का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने किसी भी तरह के द्विपक्षीय संबंधों को लेकर दरवाजे बंद कर लिये हैं। इस स्थिति में, कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन को समाप्त करने का आह्वन करने, लंबे समय से जारी इस समस्या का समधान करने में भूमिका निभाने और तनावों को जल्द से जल्द कम करने में मदद करने की संयुक्त राष्ट्र की नैतिक जिम्मेदारी है।’’
फातमी ने कहा कि इस्लमाबाद को संयुक्त राष्ट्र से यह उम्मीद है कि वह दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने और विशेष रूप से जम्मू कश्मीर विवाद का समाधान करने में भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत के साथ पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंध विकसित करने का प्रयास किया था लेकिन नयी दिल्ली द्वारा इस तरह की कोशिश नहीं की गई। फातमी ने कहा कि कश्मीर में लोकप्रिय और स्वदेशी विद्रोह को कुचलने के प्रयास में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हो चुके हैं। अफगानिस्तान के मामले में फातमी ने कहा कि पाकिस्तान इस देश की शांति और स्थिरता के लिए अपनी भूमिका निभाने को तैयार है।