रांची: रांची विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव कराना विवि प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। शुक्रवार को होनेवाले छात्र संघ चुनाव में जमकर हिंसक तांडव होने की आशंका है। इसका एक वाकया तब देखने को मिला जब सोमवार को कुलपति के समक्ष जिस तरह आजसू के सदस्यों ने डीएसडब्ल्यू से धक्का-मुक्की की और कुलपति को सीएमओ का दलाल कहा। इससे इस बात का पता चल गया कि छात्र राजनीति की मयार्दाओं तक को ताक पर रख रहे हैं।
छात्र संघ चुनाव में वर्चस्व की राजनीति को लेकर जिस तरह तमाम छात्र संगठन आपस में भिड़ रहे हैं, उससे भी आगामी छ़ात्र संघ चुनाव में हिंसा की संभावना प्रबल हो गयी है। सोमवार को हुए ऐसे ही एक बखेड़े से कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय इतना आहत हुए कि उन्होंने इस्तीफा तक देने का फैसला किया और मंगलवार को राजभवन भी पहुंच गये। हालांकि बाद में उन्होंने इस्तीफा देने का विचार त्याग दिया, क्योंकि छात्र संगठनों ने उनसे माफी मांग ली। हालांकि इस घटना ने छात्र राजनीति की सीमाओं को लेकर सवाल खड़े कर दिये हैं। क्या छात्र राजनीति के नाम पर इन तथाकथित नेताओं को छूट मिल गयी है।