रांची: राज्य स्तरीय 20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति की बैठक में सदस्यों द्वारा उठाये गये मुद्दों पर मुख्यमंत्री ने गंभीरता दिखायी। धान खरीद में हो रही गड़बड़ियों और पीसीआर पेट्रोलिंग के मामले पर सीएम ने तत्काल आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि धान क्रय केंद्रों को सुचारू रूप से चलाये जाने की व्यवस्था हो। उनकी मॉनिटरिंग हो। 16 रुपये के समर्थन मूल्य से कम कीमत पर धान खरीदने वाले दुकानदारों और बिचौलियों पर कड़ी कार्रवाई की जाये। सीएम ने कहा कि राज्य में 400 से ज्यादा धान क्रय केंद्र हैं, अगर किसानों को इन केंद्रों में किसी तरह परेशानी होती है, तो वे शिकायत करें। गड़बड़ी करनेवाले दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई होगी। वहीं पीसीआर पेट्रोलिंग को लेकर मिली शिकायत पर उन्होंने कहा कि पुलिस भक्षक न बने। पुलिस का काम जनता की रक्षा करने का है, रंगदारी वसूलने का नहीं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से पेट्रोलिंग की गाड़ियों में जीपीएस लगाने, सरप्राइज चेकिंग करने का निर्देश दिया।
आधारभूत संरचना जरूरी : राकेश प्रसाद
राज्यस्तरीय 20 सूत्री के उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद ने कहा कि समिति गरीबों के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि समिति 2006 के आधार पर चल रही है, इसलिए आधारभूत संरचना खड़ा करना आवश्यक है। उन्होंने साल भर में जिलों में कम से काम चार बैठक करवाने और योजना समिति एवं 20 सूत्री की अलग-अलग बैठक में रोस्टर तैयार करने की बात कही।
उषा पांडेय, सदस्य, राज्य 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति : महिलाओं के लिए समाज में भयमुक्त वातावरण बनाना जरूरी है। इंजीनियरिंग की छात्रा के साथ जिस तरह हैवानियत हुई है, उससे महिलाओं में डर पैदा हुआ है।
राकेश भास्कर, सदस्य, राज्य 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति : हरमू नदी की हालत नहीं सुधरी है। सरकार ने इसके सौंदर्यीकरण के लिए काम शुरू करवाया, लेकिन आज भी हरमू नदी बदहाल है।
शैलेंद्र कुमार सिंह, सदस्य, राज्य 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति : पदाधिकारियों में सरकार का डर नहीं है। चाईबासा के डीसी ने कहा कि 20 सूत्री की बैठक झुनझुना है। कई विभागों में भ्रष्टाचार चालू है।
पदाधिकारियों द्वारा ठेकेदार को मजबूर किया जाता है।
वीणा, सदस्य, राज्य 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति : गुमला में बिना काम कराये 21 लाख रुपये की निकासी कर ली गयी। कल्याण विभाग में कंप्यूटर आॅपरेटर की मनमानी चलती है। डायरेक्टर उन्हीं की बात मानते हैं। बसिया-सिसई रोड की हालत बेदह खराब है।
संजीव सिंह, सदस्य, राज्य 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति : जमशेदपुर के अस्पताल में न्यूरो सर्जन पदस्थापित नहीं हैं। मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
लखन मार्डी, सदस्य, राज्य 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति : 60 फीसदी छात्र आॅनलाइन छात्रवृत्ति फार्म नहीं भर पाये। गुड़ाबांदा में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में काफी कमियां हैं। सरायकेला में एक शिक्षक 28 सालों से एक ही स्कूल में पढ़ा रहे हैं।
विनय लाल, सदस्य, राज्य 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति : गुमला में सड़क निर्माण में फारेस्ट क्लियरेंस बाधक बन रहा है। कौशल विकास के नाम पर बैनर-पोस्टर की भरमार है। धरातल पर कुछ नहीं दिखता। जिले में अल्ट्रासाउंड नहीं होता मरीजों को दूसरे जिलों के अस्पतालों में जाना पड़ता है।