नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज विपक्षी दलों से अपील की कि वे संसद में सुचारू रूप से कामकाज चलने दें ताकि शीतकालीन सत्र की शेष अवधि का ‘सदुपयोग’ किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार नोटबंदी समेत सभी मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है। सूचना एवं प्रचारण मंत्री ने कहा, “हम संसद में चर्चा करने को तैयार हैं। हमें उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिन उपयोगी रहेंगे.. कोई व्यवधान नहीं होगा और सभी मुद्दों पर उपयुक्त ढंग से चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि केवल नोटबंदी ही नहीं सांसदों के समक्ष कई अन्य मुद्दे भी हैं जिन्हें वे उठाना चाहते हैं।’’ वेंकैया ने कहा, “मैं विपक्षी दलों से अपील करता हूं कि कृपया चर्चा के मंच पर आएं, सदन को चलने दें और यह सुनिश्चित करें कि संसद में जन आकांक्षाएं पूरी हों।’’ वेंकैया की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब संसद के शीतकालीन सत्र के कुछ ही दिन शेष हैं जो 16 दिसंबर को स्थगित हो रही है। संसद में आज और मंगलवार को ईद ए मिलाद उन नबी का अवकाश है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा, “हम कुछ भी करने को तैयार हैं लेकिन वे लोग (विपक्ष) संसद में कामकाज नहीं चलने दे रहे हैं। वे इसका कारण समझ पाये हैं या नहीं.. लेकिन हमें इसका (व्यवधान) कारण समझ में नहीं आया।’’ उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में चर्चा के तौर तरीकों एवं नियमों को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तनातनी की स्थिति बनी हुई है। नोटबंदी की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर को की थी। वेंकैया नायडू ने कहा, “मैं हमेशा से आशावादी रहा हूं। संसद में कामकाज होना चाहिए और सत्र के शेष समय का सदुपयोग होना चाहिए.. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बोलने नहीं दिया जा रहा है, इसलिए उन्हें जनसभा में जाना पड़ रहा है।’’
संसद में कामकाज को लेकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हर किसी की दिली इच्छा है कि संसद में सुचारू रूप से काम हो।’’