नई दिल्ली: सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि देश में करीब 45 करोड़ लोग खुले में शौच करते हैं। यह दुनिया में खुले में शौच करने वाली आबादी की आधी संख्या है। हालांकि, उन्होंने भरोसा जताया कि देश को इससे निजात मिल जाएगी क्योंकि स्वच्छ भारत मिशन एक जन आंदोलन बन रहा है। केंद्र के पेयजल एवं स्वच्छता सचिव परमेश्वरन अय्यर ने शुक्रवार को कहा, ‘‘हमें लंबा सफर तय करना है और बर्ताव में बदलाव आगे की राह है। स्वच्छ भारत मिशन की अब तक की प्रगति के साथ मुझे आशा है कि देश खुले में शौच से मुक्त हो जाएगा।’`

जिला स्वच्छ भारत प्रेरक के शुभारंभ पर उन्होंने कहा कि कौशल प्राप्त युवा पेशेवर जिले के अधिकारियों को अपने अपने जिलों में संपूर्ण स्वच्छता का लक्ष्य हासिल करने में मदद करेंगे। जिला स्वच्छ भारत प्रेरक टाटा ट्रस्ट की मदद से स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक पहल है। उन्होंने कहा कि देश में स्वच्छता बहुत जरूरी है जहां 13 प्रतिशत बच्चे डायरिया से मर जाते हैं। अय्यर ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन प्रधानमंत्री के एजेंडा में उच्च स्थान पर है और यह जन आंदोलन का रूप ले रहा है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा ने कहा कि इस आंदोलन का हिस्सा बनने का उन्हें विशेषाधिकार प्राप्त हुआ। स्वच्छ भारत मिशन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि टाटा ट्रस्ट इस कार्यक्रम पर सरकार के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। टाटा ट्रस्ट इस सिलसिले में 600 युवा पेशेवरों की भर्ती करेगा और वेतन भुगतान करेगा। एसबीएम में मदद करने को लेकर टाटा का शुक्रिया अदा करते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि और अधिक निजी कंपनियों को आगे आना चाहिए और स्वच्छ भारत आंदोलन का हिस्सा बनना चाहिए।

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