कोंच/जालौन। कोतवालीअन्तर्गत ग्राम भदारी में सोमबार को हुई उपनिरिक्षक के साथ मारपीट की घटना कोतवाली पुलिस के लिए कोई पहली घटना नही है इसके पूर्व भी अक्टूबर माह में कोतबाली के उपनिरिक्षक एवं हमराही सिपाही की भी काशीराम कालौनी के पास दबंगो द्वारा मारपीट को गयी थी।
दोनों ही घटनाओ में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है लेकिन फिर भी पुलिस पर हमले की घटनाओ में कमी नही आयी वीते महीनों कैलिया में भी पुलिस की मारपीट की गई वीते रविवार को नदीगांव पुलिस के दो सिपाही दबंगो के आक्रोश के शिकार हुये।
ग्राम भदारी में अन्ना जानवरो को बाड़े से छोड़े जाने की घटना की शिकायत गॉव के प्रधान विनय कुमार एवं ग्रामीण पवन कुमार कमलेश कुमार लालप्रताप आदि की शिकायत एसडीएम सुरेश सोनी के करने के बाद जांच के लिए ग्राम भदारी पहुचे कोतवाली के उपनिरिक्षक सागर पुलिस चौकी इंचार्ज राजीब कुमार त्रिपाठी को आरोपी राघबेन्द्र और उसकी पत्नी एवं पिता ने लाठी डंडो से मारा पीटा।
उन्हें बचाने के लिए उनके साथ के सिपाही एवं ग्रामीण भी लगे रहे अगर ग्रामीण बीचबचाव नही करते तो उपनिरिक्षक गम्भीर रूप से घायल भी हो सकते थे कोतवाली पुलिस के साथ विती 13 अक्टूबर को भी मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया तब कोतबाली उपनिरिक्षक सुरही चौकी इंचार्ज सुरेन्द्र सिंह हमराही सिपाही गजेंद्र सिंह के साथ गस्त पर तब तभी काशीराम कालौनी के पास एक दुकान पर शराब पी रहे युवकों को टोके जाने पर उन्होंने पुलिस का खौफ खाये बिना उनपर जानलेबा हमला कर दिया।
जिसमें सिपाही गजेंद्र सिंह का सर फट गया था पुलिस ने फौरी कार्यवाही करते हुये अभियुक्तों के बिरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था लेकिन पुलिस के प्रति दबंगो का नजरिया कतई नही बदला दबंगो ने गत रविवार को एक बार फिर नदीगांव पुलिस के दो सिपाहियों पर हमला कर बारण्टी को छुड़ाने का असफल प्रयास किया इस दौरान एक सिपाही दिलीप कुमार का सर फट गया वह गम्भीर रुप से घायल हो गया सर्किल के एक और थाना कैलिया में भी पुलिस पर हमला किया जा चुका है।
सर्किल की ई सीओ रूकमणी वर्मा कहती है कि पुलिस पर हमला किसी भी सूरत में बर्दास्त नही किया जायेगा जो भी पुलिस पर हमला या मारपीट करेगा उस पर कड़ी कानूनी कार्यवाही कर जेल भेजा जायेगा इससे पूर्व भी हुई घटनाओं के आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है बहरहाल पुलिस का कथन भले ही सही हो लेकिन यह सोचनीय बिंदु है कि आखिर पुलिस का भय लोगो मे क्यों समापत होता जा रहा है पुलिस सम्भ्रांत जनता से क्यों कटती जा रही है वही आपराधिक छबि के लोग पुलिस के नजदीक क्यों आते जा रहे है यह एक विचारणीय प्रश्न भी है।