मुंबई। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर में 15 महीने के बाद सुधार होने के आंकड़ों के बावजूद वित्तीय घाटा बढ़ने की आशंका में निवेशकों के सतर्कता बरतते हुए बिकवाली करने से शेयर बाजार में आज लगातार चौथे दिन गिरावट जारी रही और इस दौरान बीएसई का सेंसेक्स 316 अंक और निफ्टी 105 अंक फिसल गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 316.41 अंक गिरकर 33 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 32832.94 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 104.75 अंक फिसलकर 10121.80 अंक पर आ गया। इस दौरान छोटी और मझौली कंपनियों में भी बिकवाली हुई जिससे बीएसई का मिडकैप 0.95 प्रतिशत लुढ़ककर 16757.27 अंक और स्मॉलकैप 1.16 प्रतिशत उतरकर 18017.48 अंक पर रहा।
बीएसई के सभी समूह गिरावट में रहे। उनमें 1.99 प्रतिशत तक की गिरावट हुई। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 6.3 प्रतिशत बढ़ने से आगे अर्थव्यवस्था में तीव्र सुधार की उम्मीद में बीएसई का सेंसेक्स सुबह में करीब 100 अंकों की बढ़त लेकर 33247.66 अंक पर खुला और शुरूआत में ही लिवाली के बल पर 33300.81 अंक के उच्चतम स्तर तक चढ़ गया।
लेकिन चालू वित्त वर्ष में वित्तीय घाटा के अप्रैल – अक्टूबर के दौरान बजट अनुमान के 96 प्रतिशत पर पहुंचने से इसके बढ़ने की आशंका के साथ वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में आ रही तेजी से बने नकारात्मक धारणा के कारण बिकवाली शुरू हो गई है जिससे सेंसेक्स 32797.78 अंक के निचले स्तर तक लुढ़क गया। अंत में यह पिछले दिवस के 33149.35 अंक की तुलना में 0.95 प्रतिशत अर्थात 316.41 अंक फिसलकर 32832.94 अंक पर रहा।
एसएनएसई का निफ्टी भी 37 अंकों की बढ़त लेकर 10263.70 अंक पर खुला और लिवाली के बल पर यह 10272.70 अंक के उच्चतम स्तर तक चढ़ा। हालांकि इसी दौरान बिकवाली शुरू होने से यह 10108.55 अंक के निचले स्तर तक फिसला। आखिर में यह पिछले दिवस के 10226.55 अंक की तुलना में 104.75 अंक अर्थात 1.02 प्रतिशत लुढ़ककर 10121.80 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 2842 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 1030 बढ़त में और 1655 गिरावट में रहे जबकि 157 पिछले सत्र पर टिकने में सफल रहे।