शिवसेना प्रवक्ता एवं राज्यसभा के सदस्य संजय राऊत ने कहा कि देश में अस्थिरता और अराजकता फैलाने वालों पर केंद्र सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, साथ ही दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों की मांगों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
राऊत ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा कि केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे का बयान गंभीर है। केंद्र सरकार के पास सभी तरह की खुफिया जानकारी है। इसलिए रावसाहेब दानवे के बयान पर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री एवं तीनों सेनाओं को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। चीन एवं पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राईक भी करनी चाहिए। राऊत ने कहा कि किसान इस ठंड में आंदोलन कर रहे हैं। उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय लिया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है केंद्रीय खाद्य, उपभोक्ता एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के राज्यमंत्री रावसाहेब ने बुधवार को जालना में एक कार्यक्रम में कहा था कि दिल्ली की सीमा पर हो रहा किसान आंदोलन एक साजिश है। इस आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। इसी तरह का आंदोलन इससे पहले भी हो चुका है।
दानवे के इस बयान पर महाराष्ट्र के मंत्री बच्चू कडू ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कड़ू ने कहा कि दानवे के डीएनए की जांच की जानी चाहिए। स्वाभिमानी शेतकरी (किसान) संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री का बयान दुखद है। देश का किसान इस समय कठिन परिस्थिति से गुजर रहा है। इससे पहले भी किसानों को आतंकवादी और नक्सलवादी बताया गया है। इस तरह का बयान किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है।
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