दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने दिल्ली सरकार को नोटिस जारी करके बायोमास जलने और धूल जैसे प्रदूषण के कारणों पर कार्रवाई करने के लिए आदेश दिया है। शुक्रवार को पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली में वायु की गुणवत्ता अभी भी बहुत खराब श्रेणी में है जबकि आसपास के राज्यों में अब पराली जलना बंद हो गया है।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता कई स्थानों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 300-400 से भी ज्यादा खराब है। सीपीसीबी की 50 टीमें दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर रोजाना डेटा ले रही हैं। कई स्थानों पर हो रहे प्रदूषण की जानकारियां संबंधित एजेंसियों को देती हैं लेकिन उन शिकायतों पर कुछ काम होता है और कुछ नहीं होता है। इसलिए दिल्ली सरकार को नोटिस जारी करके कचरे का निष्पादन ठीक तरह से करवाने, कूड़ा जलाने वाले लोगों पर कार्रवाई करने, औद्योगिक क्षेत्रों में उड़ रही धूल को कम करने के लिए कहा गया है। दिल्ली सरकार को अब हरकत में आना चाहिए। दिल्ली में पराली की समस्या 60 दिनों के लिए होती है लेकिन बाद में प्रदूषण की समस्या को देखना सरकार की जिम्मेदारी है।