ंदयानंद राय
रांची। बरियातू के डीआइजी मैदान का चियांकी स्टेट वित्त मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव का घर तो है ही, उस अनोखे सम्मान की निशानी भी है, जिसका स्मारक इस घर के आंगन में खुदी दो कब्रे हैं। ये कब्रें हैं जूली और टाइगर की। जूली पामेरियन नस्ल की कुतिया थी और टाइगर जर्मन शेफर्ड कुत्ता। इन दोनों के प्यार और इनकी वफादारी ने डॉ रामेश्वर उरांव के दिल को इतना छुआ कि जब इन दोनों ने अपनी उम्र पूरी कर चियांकी स्टेट में आखिरी सांस ली तो उन्होंने इन दोनों की कब्र आंगन में ही खुदवा दी और उनका स्मारक बनवा दिया। इन कब्रो में न सिर्फ टाइगर और जूली का नाम लिखा है बल्कि जीवन अवधि भी दर्ज है। टाइगर की कब्र काले रंग की है तो जूली की सफेद।
वफादारी का सम्मान है
वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने बताया कि यह स्मारक उन दोनों जीवों की वफादारी के प्रति उनका सम्मान है। जूली और टाइगर चियांकी स्टेट में कैसे आये इस बाबत डॉ उरांव ने बताया कि जूली और टाइगर दोनों को ही वे पटना से लाये थे। जूली पामेरियन नस्ल की थी और टाइगर जर्मन शेफर्ड। जूली जितनी प्यारी और झबरेबालों वाली थी, टाइगर अपने नाम के अनुरूप खतरनाक। जूली उनकी गोद में बैठती थी तो टाइगर उनके बगल में रहता था। टाइगर के रहते उन्हें किसी बॉडीगार्ड की जरूरत नहीं थी। क्योंकि वह उनके पास किसी को आने ही नहीं देता था। ताउम्र वे दोनों घर मेें रहे और घर के सदस्य हो गये तो मरने के बाद उन्हें कहां भेजता इसलिए घर के आंगन में ही उनका स्मारक बनवा दिया। यही नहीं जूली और टाइगर के अवसान दिवस पर डॉ उरांव इनके स्मारक पर फूल भी चढ़ाते हैं।
टाइगर और जूली के अवसान दिवस पर चढ़ाते हैं फूल
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