पलामू। राज्य सरकार के वित्त और संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने शनिवार को पलामू प्रमंडलीय मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, जिसमें कई गड़बड़ियां मिलीं। इस पर मंत्री ने नाराजगी जताई गई और सुधार का निर्देश दिया। वित्त मंत्री ने करीब एक घंटे तक पूरे अस्पताल परिसर का घूम-घूम कर जायजा लिया। मरीजों से अस्पताल की व्यवस्था पर बातचीत की।
वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर एमआरएमसीएच की व्यवस्था देखने के लिए अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल में उन्होंने सबसे पहले डॉक्टरों की उपस्थिति जांची। डॉक्टर इंचार्ज डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार ड्यूटी से गायब मिले। सिविल सर्जन भी मौके पर नहीं थे। सुपरिटेंडेंट छुट्टी पर थे। प्रभारी सुपरिंटेंडेंट डॉ. संजय कुमार मौके पर थे। वित्त मंत्री अस्पताल परिसर में गंदगी देखकर काफी नाराज हुए। उन्होंने प्रभारी सुपरीटेंडेंट डॉ. संजय को साफ-सफाई का विशेष निर्देश दिया। मरीजों से बातचीत करने पर उन्हें कई कमियां बताई गईं।
ऑर्थाे विभाग में जांच करने पर पाया गया कि आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने आई बारालोटा की महिला रोगी सविता देवी को मोबाइल नंबर देकर निजी दवा दुकान से ऑपरेशन के समान खरीदवा दिए गए थे। इसी तरह पोखरीकला के एक मरीज को भी बाहर से ऑपरेशन के सामान खरीदने के लिए मजबूर करने की जानकारी मिली।
पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि एमआरएमसीएच प्रमंडलीय अस्पताल है। कई सुविधाएं मरीजों के हित में झारखंड सरकार ने मुहैया कराई हैं लेकिन इसका अनुपालन नहीं कराया जा रहा है। अस्पताल की व्यवस्था देखने वाला कोई नजर नहीं आया।
वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के पक्षधर हैं लेकिन जमीनी कार्य करने वाले डॉक्टर और कर्मी प्रॉपर सहयोग नहीं कर रहे हैं। इस वजह से मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जिसको जो जिम्मेदारी दी गई है उसे पूरी करनी होगी अन्यथा उन पर कार्रवाई होगी।
पहले दिन चेतावनी देकर सुधार करने का निर्देश दिया गया है। अगली बार कमियां पाए जाने पर सीधे कार्रवाई होगी। वित्त मंत्री ने डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को ड्यूटी के दौरान यूनिफॉर्म में रहने का निर्देश दिया है, ताकि उनकी पहचान हो सके और मरीजों को लाभ मिल सके।