बेरमो। बीते दो-तीन सालों में जयराम महतो आए दिन चर्चा में बने रहते हैं। विधायक बनने से पहले वो भीड़ जुटाने, अपनी बातों को बेबाकी से रखने और तर्क संगत बात करने के लिए चर्चा में रहते थे। लेकिन अब बीते कुछ दिनों से वो चीखने-चिल्लाने और हंगामे के लिए चर्चा में बने हुए हैं। हाल ही में विधानसभा परिसर में मीडियाकर्मी पर वो चीखते-चिल्लाते दिखे थे। बुधवार की रात से एक वीडियो वायरल है। वायरल वीडियो में जयराम अपने समर्थकों के साथ सीसीएल के आवास के लिए पुलिस-प्रशासन पर चीखते-चिल्लाते नजर आ रहे हैं।
मांगा था डी टाइप क्वार्टर, नहीं मिला तो किया जबरन कब्जा
बेरमो अनुमंडल के ढोरी कोल एरिया में जयराम महतो सीसीएल प्रबंधन से एक डी टाइप क्वार्टर की मांग कर रहे थे। इसके लिए कुछ दिनों पहले उन्होंने प्रबंधन को आवेदन दिया था। प्रबंधन अभी इस मामले पर सोच-विचार ही कर रहा था कि जेएलकेएम के कुछ कार्यकतार्ओं ने क्षेत्र के एक डी टाइप को बिना अनुमति के अपने कब्जे में ले लिया। जिसकी शिकायत प्रबंधन को मिलने पर क्वार्टर खाली कराने बेरमो थाना, मकोली ओपी और चंद्रपुरा थाना की पुलिस के साथ सीसीएल के अधिकारी और सीआईएसएफ के जवान पहुंचे। क्वार्टर में पहले से ही जेएलकेएम के कार्यकर्ता मौजूद थे। उन्होंने पुलिस बल का विरोध किया और जयराम को इस बात की सूचना दी। विधायक जयराम कुछ देर में करीब दो बजे मौके पर पहुंचे।
दो घंटे तक होती रही पुलिस और विधायक में बहस
इस पूरे प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है कि कैसे जयराम महतो और पुलिस के बीच बहस हो रही है। विधायक जयराम महतो गाड़ी की बोनट पर बैठे हुए हैं और पुलिस से चिखते-चिल्लाते हुए बात कर रहे हैं। वो प्रशासन और सीसीएल प्रबंधन पर कई तरह के संगीन आरोप लगा रहे हैं। पुलिस और प्रबंधन को जयराम की तरफ से कोयला चोर तक कहा गया।
बहस के बीच कार्यकर्ता हंगामा कर रहे हैं और किसी कीमत पर क्वार्टर खाली नहीं करने की बात कह रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जयराम करीब साढ़े तीन बजे वहां से निकलते हैं। पुलिस को बेरंग लौटना पड़ता है। सूत्रों की माने तो जयराम अब सीसीएल प्रबंधन से पूरे एरिया के क्वार्टरों का ब्योरा मांग रहे हैं। पूरी लिस्ट की मांग कर रहे हैं कि किसके नाम से कौन-सा क्वार्टर है।