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    Home»देश»इतिहास के पन्नों में 28 दिसंबर : भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की नींव और राष्ट्रभक्ति की चेतना
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    इतिहास के पन्नों में 28 दिसंबर : भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की नींव और राष्ट्रभक्ति की चेतना

    shivam kumarBy shivam kumarDecember 27, 2025Updated:December 27, 2025No Comments4 Mins Read
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    28 दिसंबर का दिन भारतीय इतिहास में दो घटनाओं को रेखांकित करती हैं। 1885 में राष्ट्रीय आंदोलन की दिशा और 1896 में राष्ट्रभक्ति की चेतना को समझने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

    1885 में बंबई में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले अधिवेशन ने भारत में संगठित राजनीतिक संघर्ष की नींव रखी। 72 प्रतिनिधियों की उपस्थिति यह दर्शाती है कि शिक्षित भारतीय वर्ग अब औपनिवेशिक शासन के खिलाफ एक मंच पर आकर अपनी बात रखने लगा था। कांग्रेस ने प्रारंभ में संवैधानिक और शांतिपूर्ण तरीकों से भारतीयों की समस्याएँ उठाईं, लेकिन आगे चलकर यही संस्था स्वतंत्रता आंदोलन की सबसे बड़ी ताकत बनी।

    1896 के कोलकाता अधिवेशन में “वंदे मातरम्” का पहली बार गायन भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में भावनात्मक और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक बना। यह गीत केवल एक रचना नहीं रहा, बल्कि देशभक्ति, त्याग और मातृभूमि के प्रति समर्पण का मंत्र बन गया। इसने जनता को भावनात्मक रूप से जोड़ा और स्वतंत्रता संघर्ष को जन-आंदोलन में बदलने में अहम भूमिका निभाई। इस प्रकार, ये दोनों घटनाएँ भारत के स्वतंत्रता संग्राम की वैचारिक और भावनात्मक आधारशिला मानी जाती हैं।

    महत्वपूर्ण घटनाचक्र
    1668 – मराठा शासक शिवाजी के पुत्र संभाजी की मुग़ल शासक औरंगजेब द्वारा कैद में यातना देने के कारण मौत हो गयी।

    1767 – किंग ताकसिन थाईलैंड के राजा बने तथा उन्होंने थोनबुरी को अपनी राजधानी बनाया।

    1836 – स्पेन ने मेक्सिको की स्वतंत्रता को मान्यता दी।

    1885 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन बंबई में हुआ, जिसमें 72 प्रतिनिधि शामिल हुए।

    1896- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में पहली बार वन्दे मातरम गाया गया।

    1906 – दक्षिण अमेरिकी देश इक्वाडोर ने अपना दूसरा उदारवादी संविधान अंगीकार किया।

    1908 – इटली के मेसिना में भूकंप से करीब 80 लोग मारे गये।

    1926- इंपिरियल एयरवेज ने भारत और इंग्लैंड के बीच यात्री और डाक सेवा शुरू की।

    1928- कोलकाता में पहली बार बोलती फ़िल्म मेलोडी ऑफ लव प्रदर्शित हुई।

    1942 – रॉबर्ट सुलिवन पहले पायलट बने , जिन्होंने अटलांटिक महासागर के ऊपर एक सौ बार उड़ानें भरी।

    1950 – द पीक डिस्ट्रिक्ट ब्रिटेन का पहला राष्ट्रीय पार्क बना।

    1957 – सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया।

    1966 – चीन ने लोप नोर में परमाणु परीक्षण किया।

    1974 – पाकिस्तान में 6.3 तीव्रता के भूकंप में 5200 मरे।

    1976 – अमेरिका ने नेवादा में परमाणु परीक्षण किया।

    1984 – राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में जीत मिली।

    1995 – पोलैंड के अन्वेषक मारके कार्मिस्की एक ही वर्ष में उत्तरी एवं दक्षिणी ध्रुवों पर झंडा फहराने वाले पहले व्यक्ति बने, विश्व सिनेमा का दूसरी सदी में प्रवेश।

    2000 – भारतीय डाक विभाग द्वारा वीरता पुरस्कार विजेताओं के सम्मान में पांच डाक टिकटों के सेट में 3 रुपये का एक सचित्र डाक टिकट जारी किया गया।

    2003 – इस्रायल ने कज़ाकिस्तान के बैंकानूर अंतरिक्ष स्टेशन से दूसरा वाणिज्य उपग्रह छोड़ा।

    2003 – अमेरिका में ब्रिटेन के कुछ विमानों में स्काई मार्शल यानी सुरक्षा गार्ड तैनात करने का फैसला लिया।

    2007 – रूस ने ईरान के बुशेहर विद्युत संयंत्र के लिए परमाणु ईधन की दूसरी खेप खेप भेजी।

    2008- अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि और साहित्यकार प्रो. सुरेश वात्स्यायन का निधन हो गया।

    2013 – आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनायी।

    जन्म
    1932 – धीरूभाई अंबानी – भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति।

    1932 – नेरेला वेणु माधव – भारतीय मिमिक्री कलाकार थे।

    1900 – गजानन त्र्यंबक माडखोलकर – मराठी उपन्यासकार, आलोचक तथा पत्रकार थे।

    1937 – रतन टाटा- भारतीय उद्योगपति।

    1952 – अरुण जेटली- भारतीय राजनेता।

    निधन
    1972 – चक्रवर्ती राजगोपालाचारी- वकील, लेखक, राजनीतिज्ञ और दार्शनिक।

    1974 – हीरा लाल शास्त्री – प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ तथा राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री।

    1977 – सुमित्रानंदन पंत- हिन्दी कवि।

    2003 – कुशाभाऊ ठाकरे – 1998 से 2000 तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।

    2007 – शान्ता राव – प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्यांगनाओं में से एक थीं।

    2016 – सुंदर लाल पटवा – भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ तथा मध्य प्रदेश के भूतपूर्व 11वें मुख्यमंत्री थे।

    2023 – विजयकान्त – भारतीय राज्य तमिलनाडु में सबसे पसंदीदा अभिनेता और राजनेताओं में से एक थे।

    महत्वपूर्ण दिवस
    केन्द्रीय आरक्षी पुलिस दिवस

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