आजाद सिपाही संवाददाता
नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उद्योगपति मुकेश अंबानी की सिक्योरिटी बढ़ा दी है। उन्हें अब जेड प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी दी है। सिक्योरिटी पर खर्च का भुगतान मुकेश अंबानी करेंगे। इससे पहले उन्हें जेड कैटेगरी की सिक्योरिटी मिली हुई थी। जानकारी के मुताबिक आइबी की सिफारिश पर गृह मंत्रालय ने यह फैसला लिया है। मुकेश अंबानी की सिक्योरिटी ऐसे समय में बढ़ाई गयी है, जब पिछले साल उनके घर एंटीलिया के बाहर एक संदिग्ध कार मिली थी, जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें पायी गयी थी। इसके अलावा उन्हें धमकी भरे कॉल भी मिलते रहे हैं। जानकारी के मुताबिक कई दिनों से अंबानी की सिक्योरिटी बढ़ाने को लेकर केंद्र सरकार विचार कर रही थी।
58 कमांडो करेंगे अंबानी की सिक्योरिटी:
सीआरपीएफ के करीब 58 कमांडो मुकेश अंबानी और उनके परिवार की सिक्योरिटी में 24 घंटे तैनात रहेंगे। ये जवान जर्मन में बनी हेकलर एंड कोच एमपी5 सब-मशीन गन समेत कई आधुनिक हथियारों से लैस रहते हैं। इस गन से एक मिनट में 800 राउंड गोलियां दागी जा सकती हैं। बता दें कि जेड प्लस सिक्योरिटी भारत में वीवीआइपी की सबसे हाई लेवल की सुरक्षा के लिए 6 सेंट्रल सिक्योरिटी लेवल है। पहले से ही उनकी सिक्योरिटी में राउंड द क्लॉक ट्रेंड 6 ड्राइवर होते हैं। अंबानी के काफिले में करीब 8 गाड़ियां शामिल रहती हैं। जिनमें मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और रेंज रोवर जैसी महंगी गाड़ियां शामिल हैं। जिनकी कीमत करीब 16 करोड़ रुपए है।
कैसी होती है अंबानी की सिक्योरिटी:
अंबानी की सिक्योरिटी में शामिल हर जवान मार्शल आर्ट और निहत्थे युद्ध कौशल में माहिर होता है। अंबानी की सिक्योरिटी में तैनात सीआरपीएफ कमांडो फोर्स में हथियारबंद गार्ड्स, साथ में चलने वाले गार्ड्स, ड्राइवर, पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिस और तलाशी लेने वाली टीम शामिल है। ये कमांडो दो शिफ्ट में काम करते हैं। ये सीआरपीएफ के एक इंस्पेक्टर लेवल अधिकारी के सुपरविजन में काम करते हैं।