उत्तर प्रदेश में कानून को बेहतर करने का प्रण ले चुकी योगी सरकार ने यहां अलग-अलग जेल में बंद करीब सौ बाहुबलियों व गैंगस्टरो पर अपनी गाज गिरा दी है. कहा जा रहा है कि इन बड़े कैदियों में बाहुबली मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी, अतीक अहमद, शेखर तिवारी, मौलाना अनवारुल हक, मुकीम उर्फ काला, उदयभान सिंह उर्फ डॉक्टर, टीटू उर्फ किरणपाल, रॉकी उर्फ काकी और आलम सिंह भी शामिल है.
जानकारी के अनुसार योगी सरकार के फैसले के अनुसार इन गैंगस्टरों को उनके जिलें के बाहर के जेलों में शिफ्ट किया जाएगा. ताकि इनका नेटवर्क अपराधियों से टूट सके.
इस मामले में यूपी पुलिस के एडिशनल डायरेक्टर जनरल (जेल) जीएल मीणा ने पीटीआई को बताया, “हालांकि माफिया डॉन सलाखों के पीछे होते हैं फिर भी वो हत्याओं, अपहरण, डकैती और फिरौती जैसे कृत्यों से अपने आतंक का राज बरकरार रखते हैं.”
इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न मानसिक अस्पतालों में भर्ती विचाराधीन कैदियों की भी शिनाख्त कर ली गई है. उन्होंने कहा, “इन सभी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.” उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में भर्ती विचाराधीन गैंगस्टरों से मिलने कई बार उनके गैंग के सदस्य भी आते रहते हैं. जिसकी सुचना पुलिस को मिली चुकी है.
उन्होंने आगे बताया, “किसी बाहुबली का फोन आना किसी कारोबारी, ठेकेदार या सरकारी अधिकारी को डराने के लिए काफी होता है. जो उनकी बात नहीं मानता उन्हें धमकी दी जाती है, उन पर हमला किया जाता है और कई बार हत्या भी कर दी जाती है.”