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    Home»दुनिया»फेसबुक के दफ्तर में क्या वाकई महिलाओं से होता है भेदभाव?
    दुनिया

    फेसबुक के दफ्तर में क्या वाकई महिलाओं से होता है भेदभाव?

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीMay 3, 2017No Comments2 Mins Read
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    सोशल मीडिया फेसबुक ने कंपनी में काम करने वाली महिला कर्मचारियों के साथ भेदभाव के आरोप से इनकार किया है. दरअसल हाल ही में आरोप लगे थे कि महिला प्रोग्रामरों के तैयार कोड अक्सर खारिज कर दिए जाते हैं. फेसबुक ने कहा है कि यह विश्लेषण ‘अधूरा और गलत’ है.

    ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में मंगलवार को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि फेसबुक के एक पूर्व इंजीनियर के किए गए विश्लेषण में पता चला है कि फेसबुक के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की महिलाओं के तैयार किए गए कोड पुरुष सहकर्मियों की अपेक्षा कहीं अधिक बार खारिज कर दिए जाते हैं.

    वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित विश्लेषण के मुताबिक, फेसबुक में महिला इंजीनियरों के काम अपने पुरुष सहकर्मियों की अपेक्षा 35 फीसदी अधिक खारिज होते हैं. महिलाओं को अपने कोड पर मंजूरी हासिल करने में कहीं अधिक इंतजार करना होता है और उनसे कहीं अधिक सवाल पूछे जाते हैं और कहीं अधिक टिप्पणियां की जाती हैं.

    वहीं फेसबुक के हेड ऑफ इंफ्रास्ट्रक्चर जे पारिख के मुताबिक, किसी इंजीनियर का काम खारिज होने में दिख रहा अंतर उसके महिला या पुरुष होने के आधार पर नहीं है, बल्कि उसकी वरीयता के आधार पर है. उल्लेखनीय है कि फेसबुक के टेक्निकल डिपार्टमेंट में कुल 17 फीसदी महिलाएं काम करती हैं, लेकिन उच्च पदों पर नहीं हैं, जो समस्या की ओर इशारा करता है.

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