खूंटी। भगवान बिरसा मुंडा जैसे अमर शहीद मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा जैसे खिलाड़ियों की धरती खूंटी हमेशा से ही सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती रही है। प्रकृति ने खूंटी जिले को पेरवाघाघ जल प्रपात पंचघाघ, रानी फॉल, दशम फॉल, रिमिक्स फाल, उलूंग जलप्रपात, सप्तधारा, पाड़ी पुड़िंग, जैसे अनुपम पर्यटन स्थल दिये हैं, तो बाबा आम्रेश्वर धाम, नकटी देवी, सोनमेर माता मंदिर जैसे कई विख्यात धार्मिक स्थल प्रदान किये हैं, जो सैलानियों और धार्मिक अस्था वाले लोगों को बरबस ही अपनी ओर खींच लाती हैं।
इन स्थलों में आकर सैलानी अपने को प्रकृति के निकट महसूस करते हैं। इनके अलावा कर्रा प्रखंड को लतरातू जलाशय, खूंटी का लटरजं ग डैम, पेलौल डैम जैसे मानव निर्मित पर्यटन स्थल भी इन दिनों पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। हर साल इंतिम वर्ष की विदाई और नववर्ष के स्वागत में दूर-दूर से सैलानी इन स्थलों में पहुंचते है और प्रकृति के अनुपम उपहार और सौंदर्य को निहारते है। वैसें तों सालों भर इन पर्यटन और धार्मिक स्थलों में लोगों का आवगमन होता रहता है, पर नवंबर से फरवरी महीने तक हर दिन इन क्षेत्रों में सैलानियों की भारी भीड़ जुटती है।
प्रकृति की अनमोल सुंदरता वाले दर्शनीय स्थल पहाड़ी वादियों के बीच से बहती नदियों को निहारना काफी मनमोहक लगता है। जरूरत है इन मनमोहक स्थलों पर सुरक्षा के व्यापक उपाय करने के साथ इनको विकसित करने का। इन पर्यटक स्थलों के समग्र विकास को लेकर सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा कुछ खास नहीं किया जा सका है। अबतक उदासीन ही रही है। चर्चा तो खूब होती है, पर धरातल पर उसकी कोई पहल होती नहीं दिखाई देती है। जिले के पर्यटन स्थलों में कहीं भी सैलानियों के ठहरने के लिए किसी प्रकार का कोई इंतजाम नहीं है। इतना ही नहीं, सैलानियों के खाने-पीने और अन्य सुविधाओं की भी पर्याप्त सुविधा उपलब्ध नहीं है।
पर्यटन स्थलों पर उमड़ने लगी सैलानियों की भीड़
आंग्ल नव वर्ष आने में भले ही अभी दस-बारह दिन बाकी हो, पर खूंटी जिले के पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ने लगी है। पेरवांघाघ, पंचघाघ, रानी फॉल, दशम फॉल, लतरातू डैम सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर रविवार कों इस कदर भीड़ उमड़ी कि लोगों को अपने वाहनों को पार्क करने में भारी परेशानी हुई।
कहीं चिकन-मटन पक रहा था, तो कहीं कचौड़ी पकौड़ी, तो कही युवाओं की टोली संगीत की धुनों पर थिरक रही थी। सभी पर्यटन स्थलों में उल्लास नजर आ रहा था। नवंबर महीने से ही पर्यटन स्थलों पर उमड़ रही सैलानियों की भीड़ को देखकर पर्यटन मित्र के साथ ही स्थानीय दुकानदार भी गद्गद् हैं। उनका कहना है कि जैसी भीड़ उमड़रही है, उससे उम्मीद है कि इस सीजन में अच्छी कमाई होगी।