Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Tuesday, June 10
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»अमेरिका-चीन की प्रतिद्वंद्विता हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हथियारों की होड़ का कारण : नौसेना प्रमुख
    Breaking News

    अमेरिका-चीन की प्रतिद्वंद्विता हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हथियारों की होड़ का कारण : नौसेना प्रमुख

    azad sipahiBy azad sipahiMarch 14, 2023No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    – चीन ने एक दशक के भीतर अपने बेड़े में 148 युद्धपोत जोड़कर नौसैन्य क्षमता बढ़ाई
    – भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय सेनाएं भी बढ़ा रही हैं अपनी ताकत
    नई दिल्ली। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र अमेरिका और चीन के बीच प्रतिद्वंद्विता का ”मैराथन” देख रहा है, जिसके कारण इस क्षेत्र में नौसैनिक हथियारों की दौड़ शुरू हो गई है। यही वजह है कि बीजिंग ने पिछले एक दशक में भारतीय समुद्री सेना की ताकत के लगभग बराबर 148 युद्धपोत अपने बेड़े में जोड़कर नौसैन्य क्षमता बढ़ाई है।

    नौसेना प्रमुख ने यह विचार विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन में दिए व्याख्यान में व्यक्त किए हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका-चीन के बीच लंबी मैराथन होगी। पश्चिम और चीन के बीच हथियारों की होड़ मित्र देशों और केंद्रीय शक्तियों के बीच विश्व युद्ध के एक युग के समान है। उदाहरण के लिए चीन ने पिछले 10 वर्षों में 148 युद्धपोत शामिल किए हैं, जो शायद पूरी भारतीय नौसेना के बराबर है और यह प्रक्रिया अभी भी जारी है। नौसेना प्रमुख ने बताया कि प्रतिद्वंद्विता ने क्षेत्र में कई जगह संघर्ष की स्थिति बनाई है, जिसमें कई बाहरी ताकतें भी शामिल होना चाहती हैं।

    उन्होंने ”मेड इन इंडिया” के तहत देश के पहले विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के निर्माण में देश की महत्वपूर्ण उपलब्धि पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस विमानवाहक पोत के निर्माण में स्टील सहित स्वदेशी उपकरणों का बहुत अधिक प्रतिशत में इस्तेमाल किया गया है। इसमें रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और स्थानीय स्टील कंपनियों का खास योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि नौसेना के लिए 43 युद्धपोतों और पनडुब्बियों में से 41 भारत में ही बनाए जा रहे हैं।

    नौसेना प्रमुख ने तीनों सेनाओं के आधुनिकीकरण पर चर्चा करते हुए कहा कि सशस्त्र बलों ने खुद को भविष्य के लिए ”पुनर्गठन और पुनर्संरचना” के मार्ग पर स्थापित किया है। उन्होंने सैन्य मामलों के विभाग की स्थापना, रक्षा कर्मचारियों के प्रमुख की नियुक्ति, अग्निपथ भर्ती योजना की शुरुआत और तीनों सेनाओं के बीच तालमेल सुनिश्चित करने के लिए थियेटर कमांड की पहल को सही दिशा में कदम बताया।एडमिरल कुमार ने कहा कि इस तरह की संगठनात्मक व्यवस्था पर हमें तेजी से आगे बढ़ने की जरूरत है।

    नौसेना अध्यक्ष ने भारत के समुद्री चरित्र पर कहा कि मुझे लगता है कि देश का समुद्री परिदृश्य अब हमारे समग्र दृष्टिकोण को आकार दे रहा है और संभवत: वह मान्यता हासिल कर रहा है, जिसका वह हकदार है।उन्होंने कहा कि समुद्री सुरक्षा और भारत की समृद्धि शायद राजनीति, नीति निर्माताओं और भारत के लोगों के लिए अधिक स्पष्ट हो रही है। उन्होंने कहा कि इस समय समुद्री भारत बढ़ रहा है और समय की मांग है कि हम इस उच्च जल में नौकायन करने के अवसर को मजबूती के साथ पकड़ें।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleराजस्थान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में 45 प्रतिशत की बढोतरी
    Next Article रांची में विधानसभा गेट पर भाजपा विधायकों का नियोजन नीति के खिलाफ प्रदर्शन
    azad sipahi

      Related Posts

      भारत ने पिछले 11 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से परिवर्तन देखा: प्रधानमंत्री मोदी

      June 9, 2025

      ठाणे में चलती लोकल ट्रेन से गिरकर 6 यात्रियों की मौत, सात घायल

      June 9, 2025

      प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी

      June 9, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • भारत ने पिछले 11 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से परिवर्तन देखा: प्रधानमंत्री मोदी
      • ठाणे में चलती लोकल ट्रेन से गिरकर 6 यात्रियों की मौत, सात घायल
      • प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी
      • हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किए
      • ‘हाउसफुलृ-5’ ने तीसरे दिन भी की जबरदस्त कमाई, तीन दिनों का कलेक्शन 87 करोड़
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version