झारखंड/हजारीबाग: आरजेडी के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। गुरुवार को झारखंड की हजारीबाग कोर्ट ने उन्हें 22 साल पुराने हत्या के एक मामले में दोषी करार दिया है। अदालत ने उन्हें विधायक अशोक सिंह की हत्या के मामले में दोषी करार दिया है। अदालत ने अपने इसी फैसले के साथ ही उन्हें गिरफ्तार करने का भी आदेश दिया। जिसके बाद प्रभुनाथ सिंह को फौरन अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया। हजारीबाग कोर्ट ने विधायक अशोक सिंह की हत्या के मामले में प्रभुनाथ सिंह के अलावा उनके दो सहयोगियों दीनानाथ सिंह और पूर्व विधायक रितेश सिंह को भी दोषी करार दिया है। तीनों दोषियों को 23 मई के दिन सजा सुनाएगी। अदालत के इस फैसले से लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
दरसअल, प्रभुनाथ सिंह को ना सिर्फ लालू प्रसाद यादव बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी करीबी माना जाता है। उनकी गिनती बाहुबली नेताओं में होती है। अदालत के इस फैसले के बाद लालू यादव और उनकी पार्टी एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। लालू यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहें हैं। अभी मंगलवार को भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 1000 करोड़ की बेनामी संपत्ति के मामले में उनके 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इन आरोपों से अभी लालू उबर भी नहीं पाए थे कि अब उनके एक और करीबी नेता को हत्या के मामले में दोषी ठहरा दिया गया है। प्रभुनाथ सिंह को मशरक से विधायक अशोक सिंह हत्याकांड में झारखंड की हजारीबाग कोर्ट ने दोषी ठहराया है।
साल 1995 में मशरक से विधायक अशोक सिंह की हत्या पटना में उनके घर पर बम मारकर की गई थी। पहले ये मामला पटला की लोअर कोर्ट में चला। इसके बाद मामला पटना हाईकोर्ट चला गया। लेकिन, उस वक्त ये आरोप लगे थे कि प्रभुनाथ सिंह और उनकी पार्टी आरजेडी इस केस को पटना में प्रभावित कर सकते हैं। जिसके बाद इस केस को सुप्रीम कोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस केस के ट्रायल को झारखंड के हजारीबाग कोर्ट में स्थानांतरित कर दिया था। तब से अशोक सिंह की हत्या का केस इसी कोर्ट में चल रहा है। जिसमें गुरुवार को बड़ा फैसला सुनाया। 23 साल बाद विधायक अशोक सिंह की हत्या के केस में अदालत का फैसला आया, जिसमें प्रभुनाथ सिंह समेत तीन लोग दोषी पाए गए।
हजारीबाग की अदालत इस केस में 23 मई को तीनों दोषियों को सजा सुनाएगी। माना जा रहा है कि इस हत्याकांड में तीनों दोषियों को उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। प्रभुनाथ सिंह को बाहुबली नेता के तौर पर जाना जाता है। बिहार के सीवान जिले के महाराजगंज सीट के पूर्व सांसद प्रभुनाथ ने अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत जनता दल से की थी। इसके बाद वो जनता दल यूनाइटेड से जुड़ गए और लगातार महाराजगंज की राजनीति में अपनी सक्रिय भूमिका निभाते रहे। सीवान के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन और प्रभुनाथ को एक दूसरे के दुश्मन के तौर पर देखा जाता है। प्रभुनाथ सिंह ने पहली बार महाराजगंज संसदीय सीट से साल 2004 में जेडीयू के टिकट पर जीत हासिल की थी।