बड़कागांव: एनटीपीसी और त्रिवेणी कोल माइंस द्वारा कोयला ट्रांसपोर्टिंग रोड रैयती जमीन में बनाये जाने के विरोध में प्रखंड के ग्राम जुगरा स्थित खोखिया पकवा डैम के पास भू रैयतों के आमरण अनशन में शामिल तीन किसानों की हालत दूसरे दिन सोमवार को बीगड़ गयी।
अनशनकारियों के साथ 400 ग्रामीण हुए शामिल
जिन किसानों की हालत बीगड़ है उनमें भुवनेश्वर साव, कजगदीश गोप, सुकमा भुइयां का नाम शामिल है। बावजूद इसके अब तक उनके स्वास्थ्य पर स्वास्थ्य विभाग या प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया है। अनशन में 62 से 80 साल के लोगा शामिल है अनशन में सरजू राणा,कोमल राणा (75साल), भुनेश्वर साव(60), जगदीश गोप(80),सुकमा भुइयां (80), भुगल साव(70) है। इसके अलावा धीरे धीरे भारी संख्या में महिलाएं भी आंदोलन में शामिल होने लगी है जिनमें कई वृद्ध महिला भी शामिल है। अनशन कारियों के साथ 400 ग्रामीण शामिल हुए है। ग्रामीणों का कहना है पकवा डैम के आसपास 30 एकड़ उपजाऊ जमीन है। जिस पर एनटीपीसी और त्रिवेणी कंपनी द्वारा जबरन कोयला ट्रांस्पोटिंग रोड बनाया जा रहा है। हमलोग जमीन का मुवाजा भी नही लिए है।
विस्थापन नीति में हरियाली जमीन को विस्थापित नही करना है। इसके बावजूद जबरन विस्थापित किया जा रहा है। उपजाऊ जमीन में कोयला ट्रांस्पोटिंग रोड बनाये जाने से कोयले के धूलकण से फसल भी बर्बाद हो जायेगा। बता दें कि हाल ही में उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला के नेतृत्व में अधिकारियों का दल जुगरा गांव पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास भी किया था।