नई दिल्ली: श्रीलंका के बाद भारतीय नौसेना ने तूफान ‘मोरा’ से प्रभावित बांग्लादेश में भी राहत और बचाव कार्य में हाथ बंटाया है। नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने बुधवार को कहा कि बांग्लादेश में राहत कार्य के लिए भारतीय नौसेना ने अपने दो जहाजों को राहत और बचाव कार्य के लिए रवाना किया है। पोत आईएनएस सुमित्रा पहले ही बांग्लादेश में तैनात किया जा चुका है और तूफान की चपेट में आए 27 बांग्लादेशी नागरिकों को बचा चुका है। अन्य जहाज राहत साम्रगी के साथ भेजे गए हैं।
नौसेना प्रमुख ने यहां एक सम्मेलन से इतर कहा, श्रीलंका के दक्षिण में हमारे दो जहाज थे। आज (बुधवार) की सुबह हमें बांग्लादेश से सहायता संबंधी अनुरोध मिला।
उन्होंने कहा, हमने बांग्लादेश के समुद्री तट पर एक जहाज की तैनाती की थी। वह पहले ही लोगों के बचाव कार्य में शामिल है..दूसरा जहाज विशाखापट्टनम तट से राहत सामग्री के साथ रवाना हो गया है।
एडमिरल लांबा ने कहा कि भारतीय नौ सेना हिंद महासागर क्षेत्र में सभी तरह की आपदा से निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, मौसम की अप्रत्याशित घटनाएं अब अधिक ही होने वाली हैं। हम इसके लिए तैयार हैं। इसीलिए प्रत्येक जहाज एचएडीआर (उच्च स्तर की आपदा से निपटने की तकनीक) की आंतरिक क्षमता से लैस है।
बांग्लादेश में खोज और बचाव कार्य चटगांव के दक्षिण में किया जा रहा है। मोरा तूफान ने इससे पहले श्रीलंका में भारी नुकसान पहुंचाया था, जिसमें कम से कम 180 लोगों की मौत हुई थी।
नौसेना के एक अधिकारी ने कहा, तूफान से बचाए गए लोगों में से एक व्यक्ति की नाड़ी या दिल की धड़कन नहीं चल रही थी, लेकिन वह बचने में सफल रहा और फिलहाल उसे जहाज के वेंटीलेटर पर रखा गया है।