Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, July 6
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»राजनीति»कुणाल घोष को आशंका : शाह-शुभेंदु की बैठक में रची गई पंचायत चुनाव में हिंसा की साजिश
    राजनीति

    कुणाल घोष को आशंका : शाह-शुभेंदु की बैठक में रची गई पंचायत चुनाव में हिंसा की साजिश

    adminBy adminJune 11, 2023No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने राज्य के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की दिल्ली में हुई हालिया बैठक के दौरान बंगाल के पंचायत चुनाव में हिंसा की साजिश रचे जाने की आशंका जताई है।

    हाल ही में, बंगाल में रामनवमी के दौरान विभिन्न जिलों में हिंसा हुई थी। तब भी तृणमूल ने आरोप लगाया कि हिंसा के पीछे शुभेंदु और शाह की गुप्त साजिश है।

    कुणाल ने दावा किया है कि शुभेंदु की रामनवमी से ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्री से गुप्त मुलाकात हुई थी। इसी तरह पिछले हफ्ते भी दोनों की बैठक हुई है।

    कुणाल ने शनिवार रात एक ट्वीट में लिखा कि कालक्रम को समझिए। 27 मार्च को संसद में शाह-शुभेंदु की मुलाकात। 29 मार्च को शुभेंदु ने श्यामबाजार के धरना मंच से धमकी दी थी, ”देखते हैं कल क्या होता है।” 30 मार्च को रामनवमी के अवसर पर राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसा भड़क गई। चार अप्रैल को रामनवमी के जुलूस में बंदूक लहराने वाले 19 वर्षीय युवक सुमित साव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उसने स्वीकार किया कि वह भाजपा का कार्यकर्ता है।

    कुणाल घोष ने लिखा कि शुक्रवार को केन्द्रीय गृह मंत्री की शुभेंदु अधिकारी के साथ गुप्त मुलाकात राज्य के पंचायत चुनाव में अशांति का संकेत है। क्या हमलोग राजनीति के खेल में हिंसा और अशांति फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं? उसके बाद कुणाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि हम भाजपा को सत्ता के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था की अवहेलना नहीं करने देंगे।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleअसम में 3.6 तीव्रता का भूकंप
    Next Article पटना नगर निगम वार्ड नंबर 58 की पार्षद बनीं मेयर की बहू
    admin

      Related Posts

      सरकार पेसा नियमावली का शीघ्र निर्माण करें : अर्जुन मुंडा

      July 6, 2025

      एक राष्ट्र, एक विधान के प्रणेता को भाजपाइयों ने दी श्रद्धांजलि

      July 6, 2025

      डॉ मुखर्जी का बलिदान हमें सिखा गया कि राष्ट्र की एकता और अखंडता सर्वोपरि है :प्रकाश पाल

      July 6, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • सरकार पेसा नियमावली का शीघ्र निर्माण करें : अर्जुन मुंडा
      • एक राष्ट्र, एक विधान के प्रणेता को भाजपाइयों ने दी श्रद्धांजलि
      • डॉ मुखर्जी का बलिदान हमें सिखा गया कि राष्ट्र की एकता और अखंडता सर्वोपरि है :प्रकाश पाल
      • छात्र केवल देश का भविष्य ही नहीं, बल्कि वर्तमान की निर्णायक शक्ति हैं: वंशराज दुबे
      • डिजिटल शिक्षा के युग में टैबलेट छात्रों के लिए महत्वपूर्ण संसाधन सिद्ध होगा: कुलपति
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version