Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, May 9
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»दुनिया»एनएसजी में भारत की सदस्यता में चीन की अड़ंगेबाजी
    दुनिया

    एनएसजी में भारत की सदस्यता में चीन की अड़ंगेबाजी

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीJune 5, 2017No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    बीजिंग: चीन ने सोमवार को कहा कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में प्रवेश करने के लिए भारत का आवेदन अधिक जटिल हो गया है, जो यह दर्शाता है कि यह अपनी पिछली स्थिति से आगे नहीं बढ़ा है।

    चीन के सहायक विदेश मंत्री ली हुआई ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा, “परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह पर नई परिस्थितियों में एक नया मुद्दा है और यह पहले की कल्पना की तुलना में अधिक जटिल है।”

    उन्होंने हालांकि इस दौरान ‘जटिल’ शब्द की व्याख्या नहीं की। उन्होंने कहा, “चीन गैर-भेदभावपूर्ण और वैश्विक रूप से लागू समाधान तक पहुंचने के लिए एनएसजी के परामर्श का समर्थन करता है, जो सभी सदस्यों पर लागू होता है।”

    पिछले महीने चीन ने कहा था कि एनएसजी में भारत की सदस्यता को लेकर उनकी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है, जो यह संकेत देता है कि वह अगले महीने स्विटजरलैंड के बर्न में होने वाले सत्र में नई दिल्ली की याचिका को फिर से रद्द करने की कोशिश करेगा।

    दक्षिण कोरिया के सियोल में जून 2016 में एनएसजी के पूर्ण सत्र में चीन ने भारत के आवेदन का विरोध किया था और नवंबर में परामर्शी समूह की बैठक में भारत की दावेदारी को फिर से रोक दिया था।

    वैश्विक परमाणु व्यापार को नियंत्रित करने वाले 48 सदस्यीय इस कुलीन समूह की पूर्ण बैठक स्विट्जरलैंड के बर्न में इस महीने में होने की संभावना है।

    भारत की दावेदारी को अमेरिका और अन्य सदस्यों द्वारा समर्थन मिला है, लेकिन चीन परमाणु अप्रसार संधि में भारत की स्थिति का हवाला देते हुए इसके प्रवेश का विरोध करता है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleमेलबर्न में अपार्टमेंट में कुछ लोग बंधक बनाए गए, पुलिस कार्रवाई जारी
    Next Article रघुवर के क्षेत्र में नीतीश की सभा 11 जून को
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    पाकिस्तान-भारत के मौजूदा तनाव ने अफगानिस्तान की चिंता बढ़ाई

    May 8, 2025

    तालिबान और एनआरएफ एक-दूसरे पर हमला न करने पर सहमत

    May 8, 2025

    सिस्टीन चैपल से निकला काला धुआं, अब तक नहीं चुना गया नया पोप

    May 8, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • दिल्ली में इंडिया गेट को खाली कराया गया, सुरक्षा को लेकर लिया गया फैसला
    • पाकिस्तान का जम्मू, राजस्थान और पंजाब पर हमला:सुसाइड ड्रोन्स और मिसाइलें दागीं, S-400 ने सभी को मार गिराया; बॉर्डर इलाकों में ब्लैकआउट
    • देशभर में एयरपोर्ट पर अलर्ट, यात्रियों की होगी एसएलपीसी जांच, तैनात किए जा रहे एयर मार्शल
    • पाकिस्तान के रडार सिस्टम को हमने निशाना बनाया… प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय ने बताया भारत ने क्यों लिया ये फैसला
    • राज्यपाल ने दिया निर्देश, झारखंड में 2,420 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती जल्द हो
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version