यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति और छह अन्य के खिलाफ रेप मामले में 10 जुलाई को लखनऊ की विशेष अदालत में आरोप तय होंगे। इससे पहले ये आरोप आज तय होने थे। पिछली सुनवाई में चौक के पुलिस क्षेत्राधिकारी राधेश्याम राय ने विशेष न्यायाधीश उमा शंकर शर्मा की अदालत में 824 पन्नों का आरोपपत्र पेश किया था।
राय के नेतृत्व में मामले की जांच करने वाली एसआईटी ने प्रजापित, उनके गनर चंद्रपाल,रूपेश्वर उर्फ रूपेश, अशोक तिवारी, विकास वर्मा, अमरेन्द्र सिंह और आशीष शुक्ला के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए थे। जबकि प्रजापति, अमरेन्द्र, आशीष और अशोक के खिलाफ पाक्सो कानून के तहत आरोप लगे हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 18 फरवरी को लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में सामूहिक बलात्कार पीड़िता की प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
गौरतलब है कि चंद रोज पहले मुलायम सिंह यादव जेल में गायत्री प्रजापति से मिलने गए थे। मुलायम से मुलाकात के बाद प्रजापति बहुत ही भावुक हो गए थे। उन्होंने मुलायम से बाहर निकालने की गुजारिश की।