जमशेदपुर: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य को समृद्धि और विकास की नयी ऊंचाई पर ले जाने के लिए बिजली एक मूलभूत आवश्यकता है। दिसंबर 2018 तक राज्य के 32,000 गांवों के 68 लाख परिवार तक बिजली पहुंचायी जायेगी। 2019 तक दो-तिहाई संचरण लाइन पहुंचाने का कार्य होगा। जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, देवघर जैसे 11 जिलों के शहरी क्षेत्र की सारी बस्तियों में दुर्गा पूजा तक एलइडी स्ट्रीट लाइट लगा दी जायेगी।
मुख्यमंत्री गुरुवार को पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर में 132/33 केवी ग्रिड सब स्टेशन मानगो (बालीगुमा) के लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे। सीएम ने पश्चिम सिंहभूम के 220/132/33 केवी पश्चिम सिंहभूम के उलीझारी, चाईबासा, 132/33 केवी सिकुरसाई, मनोहरपुर एवं रामचंद्रपुर ग्रिड सब स्टेशन का प्रतीकात्मक लोकार्पण भी किया।
दुर्गम इलाकों में सोलर ऊर्जा से रोशन होंगे गांव
उन्होंने कहा कि आजादी के 70 वर्ष बाद भी ग्रामीण क्षेत्र के 30 लाख घर बिजली से वंचित हैं। इसके लिए सरकार लक्ष्य निर्धारित कर मिशन मोड के तहत कार्य कर रही है। 2067 गांवों में बिजली और सब-स्टेशनों की लाइन ले जाना भौगोलिक दृष्टि से दुर्गम है। वहां सोलर ऊर्जा के जरिये घर-घर तक बिजली पहुंचाने की सरकार की योजना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 तक हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य सरकार पूरा करेगी। 2016 सब-स्टेशनों का निर्माण जारी है। उन्होंने कहा कि विभागीय समीक्षा के दौरान इस लक्ष्य को दृष्टि में रखते हुए सब-स्टेशन बनाने का निर्देश दिया गया है। बिजली, सड़क, पानी जैसी मूलभूत संरचनाओं के बाद अब आर्थिक समृद्धि बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
मंत्री सरयू राय ने कहा कि पूर्वी भारत में मोनोपोल का उपयोग कर बननेवाली यह प्रथम पावर ग्रिड है। इससे क्षेत्र में बिजली की कठिनाई दूर होगी। सांसद विद्युत वरण महतो ने इस पावर ग्रिड को सरकार की इच्छाशक्ति एवं संकल्प का परिणाम बताया। कार्यक्रम में ऊर्जा सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी, ऊर्जा संचरण के एमडी निरंजन कुमार, डीसी अमित कुमार, एसपी अनूप टी मैथ्यू, विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी समेत अन्य उपस्थित थे।