Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, July 2
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»तैयारी: कश्मीर में पत्थरबाजों पर लगाम कसेगा ‘बदबूदार बम’
    देश

    तैयारी: कश्मीर में पत्थरबाजों पर लगाम कसेगा ‘बदबूदार बम’

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीJuly 6, 2017No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    इत्र बनाने के लिए मशहूर कन्नौज अब जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों पर नकेल कसने के लिए ‘बदबूदार बम’ बनाया है। यह कैप्सूल की तरह होगा। इसे आंसू गैस छोड़ने वाली बंदूक के जरिये फायर किए जाने पर धुआं उठेगा, जिसकी गंध को बर्दाश्त करना लोगों को मुश्किल हो जाएगा।

    कन्नौज स्थित फ्रेग्नेंस एंड फ्लेवर डेवलपमेंट सेंटर (एफएफडीसी) के वैज्ञानिकों ने ‘दुर्गंध युक्त बम’ बनाया है। एफएफडीसी के प्रधान निदेशक शक्ति विनय शुक्ला ने कहा कि दुर्गंध फैलाने वाले रसायन को एक छोटे कैप्सूल में रखा जाएगा। इन कैप्सूल को आंसू गैस छोड़ने वाली बंदूक के जरिए फायर किया जा सकता है।

    जल्द होगा ट्रायल
    शुक्ला ने कहा कि ग्वालियर की रक्षा प्रयोगशाला में जल्द ही इसका परीक्षण किया जाएगा। परीक्षण सफल होने के बाद सेना इसका उपयोग कर सकती है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की पहल पर रक्षा मंत्रालय ने इसके परीक्षण को मंजूरी दी है।

    स्वास्थ्य पर असर नहीं
    रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और रक्षा मंत्रालय की आवश्यक मंजूरी और स्वीकृति के बाद इसे सेना को सौंपा जाएगा। दिलचस्प ये है कि इस कैप्सूल की गंध ही असहनीय है। हालांकि व्यक्ति के स्वास्थ्य पर इसका कोई असर नहीं होता है।

    विवादों में रहा है पैलेट गन
    मौजूदा समय में पत्थरबाजों को रोकने के लिए सुरक्षा बल पैलेट गन का उपयोग कर रहे हैं। हालांकि इसके चलते सैकड़ों लोगों की आंखों को नुकसान पहुंचा है। इसका उपयोग विवादों में रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसका विकल्प तलाशने को कहा था।

    पैलेट गन
    2010 से शुरू किया गया था पैलेट गन का इस्तेमाल
    2010 से जुलाई 2016 तक पैलेट गन 52 लोगों ने आंखें गंवाई
    1500 लोग इस अवधि में गंभीर रूप से घायल हुए हैं

    ‘मिर्ची बम’ को मिल चुकी है मंजूरी
    गत वर्ष केंद्र सरकार ने भीड़ से निपटने के लिए पीएवीए (मिर्च पाउडर भरे ग्रेनेड) के इस्तेमाल को मंजूरी दी थी।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleरिलायंस जियो ने ‘जियोफाई जियो जीएसटी’ स्टार्टर किट उतारा
    Next Article 2018 तक 68 लाख परिवारों तक पहुंच जायेगी बिजली : मुख्यमंत्री
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    हिमाचल में खराब मौसम के बीच एचआरटीसी बस पलटी, 44 से ज्यादा यात्री घायल

    July 1, 2025

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोरखपुर में आयुष विवि का किया लोकार्पण

    July 1, 2025

    ‘कक्षा एक से छह तक क्षेत्रीय भाषा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए’, भाषा विवाद पर बोले आठवले

    July 1, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • किशोर जेना नीरज चोपड़ा क्लासिक 2025 से बाहर, यशवीर सिंह को मिला मौका
    • मुंबई से क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे यशस्वी जायसवाल
    • हिमाचल में खराब मौसम के बीच एचआरटीसी बस पलटी, 44 से ज्यादा यात्री घायल
    • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोरखपुर में आयुष विवि का किया लोकार्पण
    • ‘कक्षा एक से छह तक क्षेत्रीय भाषा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए’, भाषा विवाद पर बोले आठवले
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version