जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार रात अमरनाथ यात्रियों पर हुए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी हमले के बाद भी यात्रा जारी है। आतंकी हमलों से श्रद्धालुओं के हौसले पस्त नहीं हुए हैं, वे बम बम के जयकारे के साथ बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जा रहे हैं। उनका ये हौसला आतंकियों के गाल पर तमाचा है।
यात्रा प्रबंधन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर घाटी में कल रात से बारिश हो रही है, लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालुओं का नया जत्था आज सुबह बालटाल और नुनवान पहलगाम आधार शिविर से अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हुआ।
इससे पहले कल 10 हजार 926 श्रद्धालु पवित्र गुफा पहुंचे थे और अब तक कुल एक लाख 57 हजार 618 श्रद्धालु हिम-शिवलिंग का दर्शन कर चुके हैं। ज्यादातर श्रद्धालु अमरनाथ गुफा का सफर पूरा कर अपने घरों को लौट भी चुके हैं।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के दौरान 21 यात्री अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें वे सात लोग भी शामिल हैं, जो सोमवार की रात अनंतनाग जिले के बटांगू में आतंकवादियों के हमले में मारे गये हैं। इस हमले की समूचे देश ही नहीं बल्कि विदशों में तीखी निंदा हुई है।
जम्मू से 3,791 यात्रियों का एक नया जत्था घाटी के लिए रवाना
पुलिस ने बताया, “सुरक्षा बलों के काफिले के साथ तड़के चार बजे 3,791 यात्रियों का एक नया जत्था भगवती नगर यात्री निवास से 101 वाहनों में घाटी के लिए रवाना किया गया। वाहनों में 55 बसें व 46 हल्के मोटर वाहन हैं।”
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर अनंतनाग जिले के खानबाल इलाके में सोमवार रात को हुए आतंकवादी हमले सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि 19 अन्य घायल हो गए थे।
कहा जा रहा है कि जिस बस पर आतंकवादी हमला हुआ, वह श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) में पंजीकृत नहीं था, जो इस सालाना यात्रा का संचालन करता है।