धनबाद: 200 से 250 करोड़ रुपये की शुरुआती लागत से धनबाद में आधुनिक हवाई अड्डे का निर्माण करवाया जायेगा। इसके लिए 400 से 500 एकड़ जीमन की जरूत होगी, जिसमें दो किलोमीटर लंबा रनवे और टर्मिनल बनेगा। ये हवाई अड्डा 50 वर्षों की जरूरत को देखते हुए बनाया जायेगा। इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है। यह कहना है नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा का। जीएसटी पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने धनबाद आये केंद्रीय मंत्री मंगलवार को सिंफर में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि धनबाद की जरूरतों को देखते हुए प्रधानमंत्री स्वयं इसके लिए गंभीर हैं। हवाई अड्डे को ले डीसी और विधायक राज सिन्हा से बात हुई है। तीन स्थानों पर जमीन देखी गयी है, जिसमें एक का चयन किया जाना है। जैसे ही राज्य सरकार जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजगी, हवाई अड्डा निर्माण का काम शुरू कर दिया जायेगा। ये भी कहा कि रनवे और टर्मिनल निर्माण के बाद अन्य सुविधाएं विकसित की जायेगी। कुल लागत लगभग 500 करोड़ रुपये आयेगी।
एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बोकारो में सेल के हवाई अड्डे का रनवे छोटा है। उसके विस्तार के लिए जमीन भी नहीं है। इसलिए धनबाद में आधुनिक हवाई अड्डा निर्माण करवाने की योजना है। ये निर्णय बोकारो, सिंदरी, आईआईटी धनबाद, बीसीसीएल और इस जैसी अन्य संस्थाओं और यहां के औद्योगिक विकास की जरूरत को देखते हुए लिया गया है।
बोकारो-कोलकाता विमान सेवा अक्टूबर में
केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने ये भी कहा कि धनबाद-बोकारो में हवाई कनेक्टिविटी के लिए नयी पहल की जा रही है। अक्तूबर में बोकारो से कोलकाता के लिए हवाई सेवा शुरू की जायेगी। जूम एयर नामक कंपनी से बात हो रही है। ये बोकारो से कोलकाता के बीच कॉमर्शियल एयर सर्विस शुरू करेगी।