Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, August 2
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा- MSP जल्दबाजी में नहीं लाया जा सकता
    देश

    केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा- MSP जल्दबाजी में नहीं लाया जा सकता

    adminBy adminFebruary 13, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने मंगलवार को कहा कि फसलों के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी वाला कानून सभी हितधारकों से परामर्श किए बिना जल्दबाजी में नहीं लाया जा सकता है सरकार के साथ चर्चा करने का आग्रह किया है.

    किसानों के विरोध प्रदर्शन को किया जा रहा बदनाम

    अर्जुन मुंडा ने प्रदर्शनकारी किसानों को कुछ तत्वों के बारे में जागरूक और सतर्क रहने के लिए आगाह किया, जो राजनीतिक लाभ के लिए उनके विरोध प्रदर्शन को बदनाम कर सकते हैं.

    अर्जुन मुंडा सहित तीन केंद्रीय मंत्री किसानों से कर रहे वार्ता

    अर्जुन मुंडा उस मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा है, जिसने किसानों की चिंताओं को हल करने के लिए बंडीगढ़ में सयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक), किसान मजदूर मोर्चा सहित विभिन्न किसान समूहों के साथ दो दौर की चर्चा की, हालांकि, बातचीत बेनतीजा रहा, कृषि मंत्री अर्जुन मुडा के अलावा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और नित्यानंद राय किसानों के साथ वार्ता में शामिल हैं.

    किसानों की कई मांगों पर सरकार सहमत

    कृषि मंत्री अर्जुन मुठा ने कहा, दो दौर की चर्चा में हम उनकी कई मांगों पर सहमत हुए, लेकिन कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई. बातचीत अभी भी जारी है.

    किसानों का दिल्ली बॉर्डर पर हिंसक आंदोलन

    दिल्ली मार्च के दौरान हजारों की संख्या में किसानों ने दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर जमकर प्रदर्शन किया, इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई, प्रदर्शन को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बल प्रयोग भी करना पड़ा, आंसू गैस के गोले भी दागे गए, इस दौरान आक्रोशित किसानों ने हरियाणा के कुरूक्षेत्र में सीमेंट बैरिकेड हटाए, अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर फ्लाई ओवर के सेफ्टी वैरियर भी तोड़ा, हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें कीदिल्ली बॉर्डर सहित पीएम आवास, कृषि मंत्री के आवास की बढ़ाई गई सुरक्षा

    हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से हजारों की संख्या में प्रदर्शन कर रहे किसानों को रोकने के लिए दिल्ली में सुरक्षा के भारी इतजाम किए गए हैं. संसद के सभी द्वारों पर अवरोधक और अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भी तैनात किया गया है. संसद के पास लगाए गए अवरोधकों पर कटीले तार लगाए गए हैं. लोक कल्याण मार्ग पर भी भारी सुरक्षा बदोस्बत किए गए हैं जहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आवास है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा के आवासों के आसपास भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. लाल किले की ओर जाने वाले बाहरी रिंग रोड पर भी वैरिकेड लगा दिये गये हैं क्योंकि पुलिस कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती. अपने पिछले विरोध प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारी किसानों का एक समूह 26 जनवरी 20121 को गणतंत्र दिवस पर हंगामा करते हुए दिल्ली के मध्य भाग में घुस गया

    किसानों की क्या है मांग

    किसान नेता मल्लों के लिए एमएसपी की कानूनी नदी पर बड़े हुए हैं जो उनकी प्रमुख मांगों में एक है एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी के अलावा किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और नत मजदूरों के लिए पेन कृषि माफी पुलिस मामलों को वापस लेने की भी मांग कर रहे हैं

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleराहुल के बिना झारखण्ड में चलेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा, राहुल लौटे दिल्ली
    Next Article मोदी के स्वागत के लिए यूएई में जबरदस्त तैयारी पर मौसम का असर, भारी बारिश से कार्यक्रम छोटा किया गया
    admin

      Related Posts

      तेजी से बदलते सुरक्षा परिदृश्य में युद्ध के दौरान लापरवाही या चूक की गुंजाइश नहीं : राजनाथ

      August 1, 2025

      अमेरिका की टैरिफ धमकियों को भारत ने किया नजरअंदाज, कहा- हमारा ध्यान ठोस एजेंडे पर

      August 1, 2025

      अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के विकास के लिए सरकार प्रयासरत : रिजिजू

      August 1, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • तेजी से बदलते सुरक्षा परिदृश्य में युद्ध के दौरान लापरवाही या चूक की गुंजाइश नहीं : राजनाथ
      • बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को लेकर मतदाता गहन पुनरीक्षण के बाद नई ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी
      • अमेरिका की टैरिफ धमकियों को भारत ने किया नजरअंदाज, कहा- हमारा ध्यान ठोस एजेंडे पर
      • अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के विकास के लिए सरकार प्रयासरत : रिजिजू
      • काशी में प्रधानमंत्री शनिवार को करेंगे सौगातों की बारिश, 52 योजनाओं का होगा लोकार्पण व शिलान्यास
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version