रांची। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए झामुमो ने पूरी तैयारी से कमर कस ली है। वहीं झामुमो चाहता है कि लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान से पहले केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम झारखंड दौरा करे और राजनीतिक पार्टियों की राय जाने। उक्त बातें झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने शनिवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहीं। सुप्रियो ने कहा कि मुख्य चुनाव आयोग से आग्रह है कि सोमवार से शुक्रवार तक चुनाव आयोग रांची आये और हम लोगों की भावनाओं से अवगत हो। लोकतंत्र को आगे बढ़ाने का काम 1952 चुनाव आयोग ने किया था और यह परंपरा अब भी जारी है। चुनाव आयोग प्रत्येक नागरिक को सुनिश्चित करता है कि वह भयमुक्त होकर अपने संवैधानिक हक का प्रयोग करें। आज 9 तारीख है पिछले चुनाव में 10 मार्च को वह तिथि थी जब 14वीं लोकसभा सीट गठन के लिए अधिसूचना जारी की गयी थी। उस समय राज्य में भाजपा की सरकार थी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से राज्य के जो राष्ट्रीय दल हैं भारतीय जनता पार्टी, भारतीय कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, माकपा, भाकपा, और जो क्षेत्रीय पार्टियां हैं उन्हें भी बुलाया गया था और चुनाव के संबंध में उनसे राय ली गयी थी लेकिन आज वह परंपरा बदल गयी है। जो चुनावी सभाएं होंगी, यात्रा होगी उसमें पारदर्शी तरीके से समय का अलॉटमेंट होगा लेकिन अब तक इसको लेकर कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है, क्या यहां केवल एक ही पॉलिटिकल पार्टी का इंटरेस्ट है। 2019 के लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में हमारे स्टार प्रचारक को रोक दिया जाता था। प्रशासन की ओर से भाजपा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई सभा को संबोधित करने के लिए कई जगह जाते थे, और उनके रेडियस तक नो फ्लाइंग जोन हो जाते थे। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आदिवासी नागरिक नहीं हैं। क्या झारखंड में भी चुनाव होना उनके लिए जरूरी नहीं है। मैं आशा करूंगा कि चुनाव आयोग सोमवार से शुक्रवार तक अपनी सुविधा अनुसार झारखंड आये या हमें बुलाये ताकि हमारी परेशानियों से वो अवगत हो सके।