रांची। जबरन वसूली, लेवी की वसूली, अवैध बालू खनन और जमीन पर कब्जा करने को लेकर इडी ने अंबा प्रसाद और उनसे जुड़े लोगों के 20 ठिकाने पर छापा मारा था। इडी ने गुरुवार को बताया कि पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत योगेंद्र साव, अंबा प्रसाद, विधायक और उनके परिवार के अन्य सदस्यों और सहयोगियों से संबंधित झारखंड के रांची और हजारीबाग में 20 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान के दौरान 35 लाख रुपये, डिजिटल उपकरण, सर्किल कार्यालयों, बैंकों के नकली टिकट, हाथ से लिखी रसीदें, डायरियां, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और झारखंड राज्य में अवैध बालू खनन से संबंधित साक्ष्य बरामद किये गये हैं। सभी को बरामद कर जब्त कर लिया गया है।
योगेंद्र साव का बेटा अंकित राज बालू के अवैध कारोबार में शामिल है
योगेंद्र साव का बेटा अंकित राज बालू के अवैध कारोबार में शामिल है। बताया जाता है कि उसके ठिकानों पर छापेमारी शुरू होने से पहले वह अपने कार्यालय से कुछ दस्तावेज लेकर भाग गया। इसके बावजूद उसके ठिकाने पर हुई छापेमारी के दौरान बालू की अवैध खरीद-बिक्री से संबंधित बहुत से रजिस्टर जब्त किये गये हैं। अंकित राज या योगेंद्र के किसी पारिवारिक सदस्य के पास बालू घाट की बंदोबस्ती या उसके व्यापार के वैध दस्तावेज नहीं हैं। दस्तावेज की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि अंकित राज काफी पहले से बालू का अवैध कारोबार करता आ रहा है। बालू के अवैध व्यापार से हुई आमदनी का दूसरे क्षेत्र में निवेश किया गया है। इडी को जांच-पड़ताल के दौरान यह भी जानकारी मिली है कि बालू के अवैध कारोबार को विधायक अंबा प्रसाद का संरक्षण था। जिला प्रशासन द्वारा अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों को थाने से भगा देने के आरोप में विधायक के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज है।