नई दिल्ली: लोकसभा में विडियो बनाने के चक्कर में बुरे फंसे बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर। अनुराग पर आरोप है कि लोकसभा कार्यवाही के दौरान जब विपक्षी सदस्य हंगामा कर रहे थे तो उन्होंने अपने फोन से उसका वीडियो बनाया।
इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने अनुराग पर कार्रवाई की मांग की और कहा कि जिस तरह कांग्रेस के सदस्यों को ‘अनुशासनहीनता’ के कारण सदन की पांच बैठकों से निलंबित किया गया, उसी तरह सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद को भी निलंबित किया जाए।
इसके बाद भी लोकसभा अध्यक्ष सुमिता महाजन ने ठाकुर को सिर्फ वार्निंग देकर छोड़ दिया, जिसके कारण विपक्ष ने नाराजगी जताई। पहले से ही अध्यक्ष की कुर्सी के पास खड़े विपक्षी सदस्यों ने सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी और अपने सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग की।
सुमित्रा महाजन ने शिकायत का उल्लेख करते हुए कहा कि मुझे नहीं पता कि क्या हुआ? यदि कोई सदस्य गलती करता है तो मैं हमेशा आगाह करती हूं। सदन के भीतर मोबाइल से वीडियो बनाना अनुशासनहीनता है। यदि अनुराग ठाकुर ऐसा कर रहे थे तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए और इस संदर्भ में स्पष्टीकरण देना चाहिए।
साथ ही बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सोमवार को कांग्रेस के छह सांसदों गौरव गोगोई, अधीर रंजन चौधरी, रंजीत रंजन, सुष्मिता देव, एम.के.राघवन और के.सुरेश को कागज के टुकड़े फाड़कर अध्यक्ष की आसंदी की ओर फेंके जाने के कारण सदन की पांच बैठकों से निलंबित कर दिया था।