Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, May 21
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»डोकलाम के बाद उत्तराखंड में भी घुसे चीनी सैनिक, भारतीय जवानों ने वापस खदेड़ा
    Top Story

    डोकलाम के बाद उत्तराखंड में भी घुसे चीनी सैनिक, भारतीय जवानों ने वापस खदेड़ा

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीJuly 31, 2017No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली: सिक्किम सीमा पर डोकलाम में भारत और चीन में जारी गतिरोध के बीज चीनी सैनिकों ने उत्तराखंड में भी घुसपैठ की थी। हालांकि भारतीय जवानों ने कड़ा विरोध करते हुए उन्हें वापस खदेड़ दिया। सूत्रों के मुताबिक, चीनी सैनिक उत्तराखंड के बाराहोती में भारतीय सीमा में घुस आए थे। यह घटना 25 जुलाई की सुबह करीब 9 बजे की है। गौरतलब है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल इसके एक दिन बाद ही चीन की यात्रा पर गए थे। बताया जा रहा है कि 25 जुलाई की सुबह लगभग 9 बजे चीनी सैनिक भारतीय सीमा में 800 मीटर से एक किलोमीटर अंदर तक घुस आए थे।

    रिपोर्ट्स के मुताबिक, ITBP के जवानों ने चीनी घुसपैठ का जमकर विरोध करते हुए उन्हें उनकी सीमा में वापस खदेड़ दिया था। आपको बता दें की बाराहोती सीमा पर भारत और चीन के बीच कोई विवाद नहीं है, लेकिन फिर भी शायद भारत को धमकाने के मकसद से चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ की गई थी। हालांकि भारतीय जवानों की तरफ से कड़े प्रतिरोध के बाद चीनी सैनिकों को यह संदेश पक्के तौर पर मिल गया होगा कि इस तरह की घुसपैठ को भारत कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। गौरतलब है कि लद्दाख और सिक्किम सीमा पर चीनी सैनिक अक्सर घुसपैठ करते रहते हैं, लेकिन बाराहोती में की गई घुसपैठ नई है।

    चीनी सैनिक बाराहोती में घुसपैठ करके उस इलाके को अपना बता रहे थे, लेकिन भारतीय जवानों ने साफ कर दिया कि यह भारत का क्षेत्र है। डोकलाम इलाके में भी भारतीय और चीनी सेनाएं पिछले लगभग डेढ़ महीने से आमने-सामने हैं। इस बीच चीन ने भारत को कई बार गीदड़ भभकी देते हुए अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा था, लेकिन भारत ने साफ कर दिया था कि उसके सैनिक वहां से नहीं हटेंगे जब तक कि मुद्दे का समाधान नहीं निकल जाता। चीन डोकलाम विवाद के बीच भारत को कई बार युद्ध की धमकी तक दे चुका है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleजम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में बुर्का पहनकर आए आतंकियों ने बैंक से 5 लाख लूटे
    Next Article चीनी मुक्केबाज को विजेंदर की चेतावनी, कहा चाइनीज माल ज्यादा टिकता नहीं
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    शराब घोटाले में बाबूलाल मरांडी ने सरकार को घेरा, कहा- 3 साल पहले लिखे पत्र पर क्यों नहीं की कार्रवाई

    May 21, 2025

    यूपीएससी परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर दायरे में रहेगा निषेधाज्ञा

    May 21, 2025

    मुख्यमंत्री ने दुर्गा सोरेन की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

    May 21, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • शराब घोटाले में बाबूलाल मरांडी ने सरकार को घेरा, कहा- 3 साल पहले लिखे पत्र पर क्यों नहीं की कार्रवाई
    • यूपीएससी परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर दायरे में रहेगा निषेधाज्ञा
    • मुख्यमंत्री ने दुर्गा सोरेन की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
    • रांची की 360 बेटियों को मिला कराटे में ऑरेंज बेल्ट
    • बिहार में भावुक हुए धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, कहा मेरा अगला जन्म यहीं हाे
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version