लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच अब भी शाह-मात का खेल जारी है। इस कड़ी में चाचा शिवपाल ने बेटे समान भतीजे को एक और झटका दिया है। बता दें कि शिवपाल यादव तब भी मुलायम के बेहद करीब थे, और आज भी बेहद करीब हैं। बता दें कि मुलायाम और शिवपाल ने पहले ही साफ कर दिया है वो दोनों एक दूसरे का साथ कभी नहीं छोड़ सकते।
दरअसल आज मंगलवार को जो अखिलेश यादव को झटका लगा है वो कोई और नहीं बल्की उनके पिता मुलायम ने ही दिया है। बता दें कि लोहिया ट्रस्ट में शामिल अखिलेश के चार करीबियों को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने बाहर का रास्ता दिया है, और उनकी जगह शिवपाल के करीबियों को शामिल कर लिया है।
मुलायम के इस फैसले से फिलहाल तो यह साफ हो गया है कि लोहिया ट्रस्ट पर अब शिवपाल का पूरी तरह से कब्जा हो गया है। आपको बता दें कि सपा अध्यक्ष से संरक्षक बने मुलायम सिंह यादव ने आज लोहिया ट्रस्ट कार्यालय में हुई बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए अखिलेश के करीबी चार सदस्यों को ट्रस्ट से बेदखल कर दिया।
मुलायम ने जिन लोगों को ट्रस्ट से बाहर किया है उनमें राम गोविंद चौधरी, ऊषा वर्मा, अशोक शाक्य और अहमद हसन का नाम शामिल हैं, ये सभी लोग अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। इन चारों लोगों के स्थान पर शिवपाल के करीबी माने जाने वाले दीपक मिश्रा,राम नरेश यादव,राम सेवक यादव और राजेश यादव शामिल किया गया है। आपको बता दें कि इस बैठक में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव शामिल नहीं हुए। ऐसे में पूरे घटनाक्रमों को समझने के बाद यह साफ होता दिख रहा है कि सपा में अब भी कलह जारी है।