Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 8
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»अन्य खबर»इतिहास के पन्नों में 26 अप्रैलः चेरनोबिल परमाणु दुर्घटना, दुनिया के लिए सबक
    अन्य खबर

    इतिहास के पन्नों में 26 अप्रैलः चेरनोबिल परमाणु दुर्घटना, दुनिया के लिए सबक

    adminBy adminApril 25, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    चेरनोबिल परमाणु दुर्घटना एक ऐसा हादसा है जो भयावह होने के साथ पूरी दुनिया के लिए सबक भी है। 1977 में निर्मित चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र का उपयोग तत्कालीन सोवियत संघ या आधुनिक पिपरियात, यूक्रेन में बिजली बनाने के लिए किया गया था। 1986 में 25- 26 अप्रैल की मध्य रात्रि इस परमाणु ऊर्जा संयंत्र में विस्फोट से बेलारूस, यूक्रेन और रूसी संघ के बड़े क्षेत्रों में रेडियोधर्मी बादल फैल गया। आपदा की गंभीरता का पता इस बात से लगाया जा सकता है कि तीन यूरोपीय देशों में लगभग 8.4 मिलियन लोग विकिरण की चपेट में आए थे।

    हादसे के बाद पर्यावरण को विकिरण से मुक्त करने और हादसे को बिगड़ने से रोकने के लिए कुल 1.8 करोड़ सोवियत रूबल (वर्तमान 5 खरब भारतीय रुपए)। खर्च किए गए। यह लागत और हताहत, दोनों के मामले में आजतक का सबसे भयानक परमाणु दुर्घटना है। यह उन दो दुर्घटनाओं में से एक है जिन्हें अंतरराष्ट्रीय परमाणु घटना स्केल के सातवें स्थान पर पद दिया गया है, जो सबसे ज्यादा है। दूसरे स्थान पर जापान का फूकूशीमा डाईची परमाणु दुर्घटना है।

    चेरनोबिल परमाणु दुर्घटना आपदा में लगभग 235 बिलियन डॉलर की क्षति का अनुमान लगाया गया है। लगभग 50 से 185 मिलियन क्यूरी रेडियोन्यूक्लाइड (रासायनिक तत्वों के रेडियोधर्मी रूप) वायुमंडल में छोड़े गए, जो हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बमों की तुलना में कई गुना अधिक रेडियोधर्मिता है। वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि संयंत्र के आसपास का क्षेत्र 20,000 वर्षों तक रहने योग्य नहीं होगा।

    8 दिसंबर, 2016 को संयुक्त राष्ट्र ने प्रस्ताव पास कर 26 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय चेरनोबिल आपदा स्मरण दिवस के रूप में घोषित किया। महासभा ने अपने प्रस्ताव में माना कि 1986 की आपदा के तीन दशकों के बाद भी दीर्घकालिक परिणाम गंभीर रूप से बरकरार रहे।

    अन्य अहम घटनाएं

    1999 – नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री तथा नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष मनमोहन अधिकारी का निधन।

    2004 – इराक के नये झंडे को मान्यता मिली।

    2006 – भारत और उज्बेकिस्तान ने 6 समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

    2007 – जापानी कंपनी सोनी ने भारत में वर्ष 2010 तक 2 अरब डॉलर का व्यापार लक्ष्य रखा।

    2008 – प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जम्मू-कश्मीर में बना 390 मेगावाट का दुलहस्ती हाइडल पावर प्रोजेक्ट देश को समर्पित किया।

    अमेरिका ने भारत के साथ किये गए 123 समझौते में किसी भी परिवर्तन की संभावना से इनकार किया।

    2010 – राज्य सरकार ने बिहार के प्रसिद्ध चिनिया केले की ब्रांडिंग ‘गंगा केला’ के रूप में करने का फैसला किया।

    जन्म

    1996 – विजय कुमार यादव – भारत के जूडो खिलाड़ी।

    1987 – नितिन बोस – प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक, छायाकार और लेखक।

    1942 – मीनू मुमताज – भारतीय अभिनेत्री थीं।

    1908 – सर्वमित्र सिकरी – भारत के भूतपूर्व 13वें मुख्य न्यायाधीश।

    1892 – कृष्णचन्द्र गजपति – भारत के स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे।

    1864 – पण्डित गुरुदत्त विद्यार्थी – स्वामी दयानन्द सरस्वती के शिष्य तथा आर्य समाज के पाँच प्रमुख नेताओं में शामिल।

    निधन

    2010 – प्रभा राव, राजस्थान की राज्यपाल।

    2005 – स्वामी रंगनाथानन्द – ‘रामकृष्ण संघ’ के एक हिन्दू संन्यासी थे। उनका पूर्व नाम ‘शंकरन कुट्टी’ था।

    1987 – शंकर- प्रसिद्ध संगीतकार (शंकर जयकिशन)।

    1982 – मलयज- प्रतिष्ठित कवि और आलोचक।

    1969 – लछमन सिंह गिल – शिरोमणि अकाली दल के राजनीतिज्ञ।

    1920 – श्रीनिवास अयंगर रामानुजन- आधुनिक काल के महान् भारतीय गणितज्ञ।

    1748 – मुहम्मदशाह रौशन अख़्तर – मुगल वंश का 14वाँ बादशाह था।

    महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

    -चेरनोबिल दिवस

    -विश्व बौद्धिक सम्पदा दिवस

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleभारतीय वायुसेना का टोही विमान जैसलमेर में क्रैश
    Next Article लोकसभा चुनाव: मुरैना में बोले मोदी- कांग्रेस विकास विरोधी है
    admin

      Related Posts

      इतिहास के पन्नों में 25 दिसंबरः रूसी टेलीविजन पर हुई थी नाटकीय घोषणा- सोवियत संघ अस्तित्व में नहीं रहा

      December 24, 2024

      इतिहास के पन्नों में 23 दिसंबरः उस दिन को याद कर आज भी सिहर उठते हैं लोग जब देखते-देखते जिंदा जल गए 442 लोग

      December 22, 2024

      इतिहास के पन्नों में 22 दिसंबरः रुड़की-पिरान कलियर तक चली थी भारत की पहली मालगाड़ी

      December 21, 2024
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल
      • पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास
      • गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा
      • अब गरीब कैदियों को केंद्रीय कोष से जमानत या रिहाई पाने में मिलेगी मदद
      • विकसित खेती और समृद्ध किसान ही हमारा संकल्प : शिवराज सिंह
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version