Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, June 25
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»दुनिया»ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति रईसी सुपुर्द-ए-खाक
    दुनिया

    ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति रईसी सुपुर्द-ए-खाक

    adminBy adminMay 24, 2024Updated:May 24, 2024No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    दुबई। ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को शिया दरगाह में गुरुवार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में विदेश मंत्री तथा छह अन्य लोगों के साथ मृत्यु हो गई थी।

    रईसी को मशहद स्थित इमाम रजा दरगाह के अंदर एक कब्र में दफनाया गया। इस दरगाह में शिया समुदाय के आठवें इमाम दफन हैं। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे और उन्होंने काले कपड़े पहने हुए थे। उनके जनाजे में हालांकि उतनी भीड़ शामिल नहीं हुई, जितनी 2020 में बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद के जनाजे में थी।

    इसके पीछे रईसी को लेकर लोगों की भावनाएं एक संभावित संकेत हो सकती हैं। रईसी सरकार ने 2022 में महसा अमीनी की मौत को लेकर हुए प्रदर्शनों के दौरान सख्त कार्रवाई की थी, जिसे लेकर लोगों में गुस्सा था। अमीनी को ईरान की महिलाओं के लिए अनिवार्य हिजाब कथित तौर पर नहीं पहनने के लिए हिरासत में लिया गया था।

    इस कार्रवाई के साथ-साथ ईरान की संघर्षरत अर्थव्यवस्था का सरकारी टेलीविजन और समाचार पत्रों की कवरेज में कोई उल्लेख नहीं किया गया। इतना ही नहीं ईरान-इराक युद्ध के अंत में करीब पांच हजार असंतुष्ट लोगों की सामूहिक हत्या में रईसी के शामिल होने पर भी कभी चर्चा नहीं की गई।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleशादीशुदा प्रेमिका से मिलने गया था युवक, पति ने दोनों को रंगेहाथ पकड़ा, पीट-पीट कर युवक को मार डाला
    Next Article शांतिपूर्ण चुनाव कराने को लेकर सभी तैयारी हुई पूरी
    admin

      Related Posts

      ईरान ने इजराइल से युद्ध विराम की पुष्टि की, तेल अवीव खामोश, तेहरान के मिसाइल हमले में चार की मौत

      June 24, 2025

      कतर जाने वाली उड़ानों के रद्द होने से यात्रियों को काठमांडू एयरपोर्ट पर गुजारनी पड़ी रात

      June 24, 2025

      ईरान ने ट्रंप की एक नहीं सुनी, इजराइल पर मिसाइल दागी, बज रहे सायरन

      June 24, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • बिहार में चुनाव से पहले तेज हुआ पोस्टर वॉर
      • शतकीय पारी खेलने के बाद केएल राहुल ने कहा-प्रक्रिया ही सफलता की असली कुंजी”
      • 371 रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है – जोश टंग
      • प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बताया आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर नीति का प्रतीक
      • असम के नगांव जिले में 3.7 तीव्रता का भूकंप, कहीं से नुकसान की कोई खबर नहीं
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version