रांची। एटीएस की टीम ने रांची, गुमला और रामगढ़ में छापेमारी कर तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिनमें गुमला से शिव, रांची से रवि और रामगढ़ के पतरातू से अनु नाम के अलावा एक अन्य अपराधी को गिरफ्तार किया गया है। इन्हें गिरिडीह केंद्रीय कारा की अधीक्षक हिमानी प्रिया मामले में गिरफ्तार किया गया है। जान लें कि गिरिडीह जेल में बंद अपराधी अमन साहू ने विशेष सुविधा नहीं मिलने के कारण जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया पर गोलीबारी की साजिश रची थी। इसको लेकर सारी तैयारी भी पूरी कर ली गयी थी। अमन साहू के गुर्गे हिमानी प्रिया की सारी गतिवधियों कर नजर रख रहे थे। हालांकि इससे पहले एटीएस की टीम ने कार्रवाई करते हुए घटना को अंजाम देने वाले सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।
जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया को मिली थी जान से मारने की धमकी
जेल में बंद अपराधी अमन साहू विशेष सुविधा मिलने को लेकर अमन साहू और उसके गैंग के अपराधी मयंक सिंह ने एक जुलाई को गिरिडीह केंद्रीय कारा की अधीक्षक हिमानी प्रिया को जान से मारने की धमकी दी थी। बता दें कि इंटरनेशनल कॉल कर व व्हाट्सऐप मैसेज कर मयंक कई बार हिमानी प्रिया को धमका चुका है। जेल के अंदर भ्रमण के दौरान अमन साहू ने भी हिमानी प्रिया को धमकी दी थी। बताते चलें कि 21 जून की शाम अमन को पलामू जेल से गिरिडीह केंद्रीय कारा शिफ्ट किया गया था। अपराधी मयंक सिंह जेल अधीक्षक को फोन और मैसेज कर कहा था कि आपके बारे में बहुत सुना है, इसलिए आपसे जितना कहा जा रहा है उतना कीजिए। नहीं तो जिस तरह पुराने जेलर पर हमला हुआ था, उसी तरह आप पर भी हमला होगा और इस बार गोली निशाने से नहीं चूकेगी। इतना ही नहीं, मयंक सिंह अधीक्षक के परिवार को भी क्षति पहुंचाने की धमकी दे रहा है।
पूर्व जेलर प्रमोद कुमार पर करवाया था जानलेवा हमला
अमन साहू ने साल 2022 में भी गिरिडीह केंद्रीय कारा में बंद था। इसी बीच जेल में रह कर ही वह कई तरह के अपराध कर रहा था। इसी बीच अप्रैल 2022 में गिरिडीह केंद्रीय कारा में शिफ्ट होने के बाद ही उसने तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार को जान से मारने की साजिश रची थी। 20 जुलाई 2022 को तत्कालीन जेलर अनिमेष कुमार चौधरी के वाहन पर सवार तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार पर अमन साहू के गुर्गे ने हरसिंहरायडीह में उनकी गाड़ी पर फायरिंग करवाई थी, हालांकि वे इस हमले में बाल-बाल बच गये थे।
अमन साहू को ढाई साल में आठ जेलों में किया गया शिफ्ट, फिर भी अपराध पर लगाम नहीं
जेल में बंद अपराधी अमन साहू को पिछले ढाई साल में आठ बार एक जेल से दूसरे जेल में शिफ्ट किया गया। इसके बाद भी उसका आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अमन साहू जेल से ही अलग-अलग जिलों के कारोबारियों को लगातार धमकी देने और रंगदारी वसूलने का काम करता रहा है। दो महीने पहले अमन साहू ने हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस को बंदी पत्र लिखकर दावा किया था कि उसकी हत्या की साजिश रची जा रही है। उसने आरोप लगाया कि साजिश में पुलिस अफसर, कोयला माफिया व राजनेता शामिल हैं। साजिश के तहत उसे एक से दूसरे जेल में शिफ्ट किया जा रहा है।