नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के ओखला से विधायक अमानतुल्ला खान का निलंबन वापस लेने के बाद पार्टी के भीतर एक बार फिर घमासान होने के आसार पैदा हो गए हैं। पार्टी ने वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास के खिलाफ खान की टिप्पणी के बाद इसी वर्ष तीन मई को विधायक को दल की प्राथमिकता सदस्यता से निलंबित कर दिया था।
खान का कल निलंबन वापस लेने की खबरें आई थी। आप ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक दो नवम्बर को आहूत की है और विश्वास का इस बैठक की वक्ता सूची में नाम नहीं है। इससे पहले पार्टी की परिषद की चार बैठकों में विश्वास वक्ता ही नहीं बल्कि मंच संचालन का जिम्मा संभालते थे। पार्टी के संस्थापक नेताओं में एक विश्वास ने अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है और ऐसा माना जा रहा है कि वह बगावती तेवर अपना सकते हैं।
यह पहला मौका नहीं है जब पांच वर्ष पुरानी इस पार्टी में संस्थापक सदसयों को किनारे लगाया गया है। इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के नजदीकी माने जाने वाले योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण के अलावा कई अन्य नेताओं को निष्कासित किया जा चुका है। विश्वास ने पार्टी परिषद की बैठक की सूची में उनका नाम नहीं शामिल किए जाने के मसले पर एक टेलीविजन के साथ बातचीत में कहा कि बैठक में वक्ताओं की सूची में वह नहीं हैं किंतु वह सामान्य कार्यकर्ता के तौर पर बैठक में शिरकत करने जायेंगे।
उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच ले जायेंगे। हालांकि उन्होंने खान का पार्टी से निलंबन वापस किए जाने के मसले पर टिप्पणी करने से मना कर दिया। ऐसा माना जा रहा है कि परिषद की बैठक में यह मामला तूल पकड सकता है। परिषद की सूची में यह मुद्दा शामिल नहीं है , लेकिन पार्टी में विश्वास के योगदान और उनकी वरिष्ठता को देखते हुए उन्हें किनारा किए जाने का मामला गरमा सकता है। परिषद की बैठक के लिए पार्टी ने जो आधिकारिक बयान जारी किया है उसमें आप के मिशन विस्तार का खाका खींचने और सांगठनिक ढांचे को राज्यों में सुदृढ करने पर मंथन होगा।
देश के वर्तमान राष्ट्रीय परिदृश्य पर भी बैठक में विचार विमर्श किया जायेगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार की बैठक का संचालन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया करेंगे। पार्टी प्रवक्ता आशुतोष दल कार्यकर्ताओं और जनता के मध्य संवाद को मजबूत करने के मुद्दे पर अपनी बात रखेंगे। संजय सिंह देश के आर्थिक माहौल पर राय रखेंगे। मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय संयोजक समापन भाषण देंगे।
विश्वास ने बैठक में शिरकत होने का न्यौता मिलने की पुषिट की है। उन्होंने कहा कि मैं बैठक में शामिल होने जाऊंगा। अगर बोलने का मौका दिया गया तो अपनी बात रखूंगा। खान ने विश्वास को भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का एजेंट बताया था। इसके बाद खान को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था और एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति की रिपोर्ट के बाद खान का निलंबन रद्द किया गया है।