Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, August 6
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»भारत की विकास गाथा से जुड़ने का यह सही समयः प्रधानमंत्री
    देश

    भारत की विकास गाथा से जुड़ने का यह सही समयः प्रधानमंत्री

    shivam kumarBy shivam kumarOctober 25, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में 18वें एशिया प्रशांत जर्मन व्यापार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि निवेश के लिए भारत से बेहतर कोई स्थान नहीं है। उन्होंने विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत की विकास गाथा से जुड़ने का यह सही समय है।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत लोकतंत्र, जनसांख्यिकी, मांग और डेटा के चार मजबूत स्तंभों पर खड़ा है। प्रतिभा, प्रौद्योगिकी, नवाचार और बुनियादी ढांचा भारत के विकास के उपकरण हैं। इन सभी को आगे बढ़ाने के लिए भारत के पास आकांक्षी भारत (एआई) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की दोहरी शक्ति है। उन्होंने कहा कि भारत भविष्य की दुनिया की जरूरतों पर काम कर रहा है।

    उन्होंने कहा कि आज भारत विविधीकरण और जोखिम-मुक्ति का सबसे बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। भारत वैश्विक व्यापार और विनिर्माण केंद्र बन रहा है। भारत सड़कों और बंदरगाहों में रिकॉर्ड निवेश कर रहा है और हिंद-प्रशांत क्षेत्र दुनिया के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे में विदेशी निवेशकों के लिए भारत की विकास गाथा में भाग लेने, ‘मेक इन इंडिया’ पहल और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ में शामिल होने का यह ‘सही’ समय है।

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भारत की गतिशीलता और जर्मनी की सटीकता मिलती है, जब जर्मनी की इंजीनियरिंग और भारत का नवाचार मिलता है और जब जर्मनी की तकनीक और भारत की प्रतिभा मिलती है तब इससे इंडो-पैसिफिक सहित दुनिया का बेहतर भविष्य सुनिश्चित होता है। उन्होंने कहा कि आप सभी व्यवसाय की दुनिया से जुड़े हैं और आपकी प्राथमिकता व्यवसाय होता है लेकिन भारत आना केवल व्यवसाय नहीं है। यदि आप भारत की संस्कृति, भोजन और खरीदारी के लिए समय नहीं देते हैं तो आप कई चीजों से चूक जाएंगे।

    जर्मनी में कुशल भारतीय कर्मचारियों के लिए वीज़ा की संख्या को 20 हजार से बढ़ाकर 90 हजार करने के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की स्किल्ड मैनपावर पर जर्मनी ने जो भरोसा जताया है, वो अद्भुत है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इससे जर्मनी के विकास को नई गति मिलेगी।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य जर्मनी की कुशल श्रमिकों की मांग को पूरा करना और भारत के साथ आर्थिक सहयोग को मजबूत करना है। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय पेशेवरों को जर्मनी में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध मजबूत होंगे।

    प्रधानमंत्री मोदी ने आज के दिन को विशेष बताते हुए कहा कि उनके मित्र चांसलर स्कोल्ज चौथी बार भारत आए हैं। यह भारत-जर्मनी संबंधों पर उनके फोकस को दिखाता है। उन्होंने कहा कि 12 साल के बाद भारत में एशिया-प्रशांत जर्मन व्यापार सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। एक तरफ यहां सीईओ की फोरम की बैठक हो रही है, दूसरी तरफ हमारी नौसेना साथ में अभ्यास कर रही है। अब से थोड़ी ही देर में भारत और जर्मनी के बीच सातवें अंतर सरकारी परामर्श का भी आयोजन होना है। हर स्तर पर भारत-जर्मनी संबंध मजबूत हो रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि यह भारत-जर्मनी रणीतिक साझेदारी का 25वां वर्ष है। अब आने वाले 25 वर्ष इस साझेदारी को नई बुलंदी देने वाले हैं। हमने आने वाले 25 सालों में विकसित भारत का एक रोड मैप बनाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि इस महत्वपूर्ण समय में जर्मन कैबिनेट ने ‘फोकस ऑन इंडिया’ दस्तावेज़ जारी किया है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleराष्ट्रपति मुर्मु आज छत्तीसगढ़ की महिलाओं के खाते में अंतरित करेंगी महतारी वंदन योजना  की 9वीं किस्त
    Next Article जंक्शन ओवल में किया गया शेन वार्न स्टैंड का अनावरण
    shivam kumar

      Related Posts

      जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, दिल्ली के RML अस्पताल में चल रहा था इलाज

      August 5, 2025

      प्रधानमंत्री मोदी आज एनडीए संसदीय दल की बैठक को संबोधित करेंगे, अहम मुद्दों पर होगी चर्चा

      August 5, 2025

      राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने गंगा राम अस्पताल में शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी

      August 4, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन, पुत्र हेमंत सोरेन ने दी मुखाग्नि
      • गुरुजी को अंतिम जोहार करने बाइक से नेमरा पहुंचे अर्जुन मुंडा और सुदेश महतो
      • जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, दिल्ली के RML अस्पताल में चल रहा था इलाज
      • गुरु जी का पार्थिव शरीर पहुंचा विधानसभा, राजकीय सम्मान के साथ दी गई विदाई
      • बेंगलुरु एफसी ने खिलाड़ियों और स्टाफ की सैलरी अनिश्चितकाल के लिए रोकी
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version