Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Thursday, June 5
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»अन्य खबर»इतिहास के पन्नों में 27 अक्टूबरः पर्दे पर महाराजा का किरदार निभाने वाले का जीवन मुफलिसी में बीता
    अन्य खबर

    इतिहास के पन्नों में 27 अक्टूबरः पर्दे पर महाराजा का किरदार निभाने वाले का जीवन मुफलिसी में बीता

    shivam kumarBy shivam kumarOctober 26, 2024No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    फिल्म ज़िंदगी नहीं है मगर ज़िंदगी तो फिल्म हरगिज नहीं है। सिने पर्दे के मुकाबले कहीं सख़्त और सर्द है ज़िंदगी। इसकी तस्दीक करनी हो तो गुजरे ज़माने के दिग्गज अभिनेता प्रदीप कुमार से बेहतर दूसरी नजीर नहीं मिलती।

    प्रदीप कुमार ने महज 17 साल की उम्र में अभिनय की दुनिया में कदम रखा और अगले कई दशकों तक हिंदी फिल्मों का प्रमुख चेहरा रहे। उनका असल नाम सितल बटब्याल था। उन्होंने हिंदी, बांग्ला और अंग्रेजी फिल्मों में काम किया। साल 1947 में उन्होंने बांग्ला फिल्म ‘अलकनंदा’ से अभिनय की शुरुआत की। बाद में वह बॉम्बे शिफ्ट हो गए और 1952 में आई फिल्म आनंदमठ में अहम रोल निभाया। इसके अगले साल उन्होंने एक्ट्रेस बीना राय के साथ फिल्म ‘अनारकली’ और साल 1954 में आई फिल्म नागिन में वैजंयती माला के अपोजिट लीड रोल निभाया। प्रदीप कुमार ने अभिनेत्री मधुबाला के साथ 8 और मीना कुमारी के साथ 7 फिल्मों में काम किया। इसमें अधिकतम फिल्में सुपरहिट हुईं। प्रदीप ने ज्यादातर फिल्मों में महाराजा, राजकुमार या शाही किरदार निभाए।

    साठ के दशक तक प्रदीप कुमार सिने पर्दे पर छाए रहे लेकिन नये सितारों के आने के बाद उनकी चमक समय के साथ कम हो रही थी। चार दशक तक सिने पर्दे पर राज करने वाले प्रदीप कुमार ने आगे चल कर फिल्मों में सहायक का किरदार निभाना शुरू किया। आर्थिक दिक्कतें बढ़ने लगीं और उनके लिए झटका यह था कि अचानक उन्हें लकवा मार गया। दूसरा सदमा यह कि उनके चारों बच्चों ने उन्हें अकेला छोड़ दिया। उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका था। आर्थिक दिक्कतें, बच्चों का उपेक्षापूर्ण रवैया और पत्नी के निधन का मिला-जुला असर ये हुआ कि वे अक्सर ख़ामोश रहने लगे। किसी से बातचीत नहीं करते थे।

    वो तो भला हो कलकत्ता के उनके बिजनेसमैन दोस्त प्रदीप कुण्डलिया का जिन्होंने उन्हें रहने के लिए न केवल फ्लैट दिया बल्कि उनकी देखरेख के लिए एक लड़के को भी लगवा दिया। उन्होंने प्रदीप कुमार को रामायण रोड स्थित जनक बिल्डिंग के अपने फ्लैट में आश्रय दिया और सागर चौधरी नामक एक लड़के को वहां रखा हुआ था, जो दिन-रात बीमारी की हालत में प्रदीप कुमार की सेवा करता था। लंबी बीमारी के बाद 27 अक्टूबर 2001 में उनका निधन हो गया। जिन्हें लोगों ने परदे पर राजा-महाराजा और युवराज के रूप में देखा, उनका असल जीवन मुफलिसी में गुजरा।

    अन्य अहम घटनाएंः

    1676- पोलैंड और तुर्की ने वारसा की संधि पर हस्ताक्षर किए।

    1795- अमेरिका और स्पेन ने सैन लोरेंजो की संधि पर हस्ताक्षर किए।

    1806- फ्रांस की सेना बर्लिन में घुसी।

    1947- जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने भारत में जम्मू-कश्मीर के विलय को स्वीकार कर लिया।

    1959- पश्चिमी मेक्सिको में चक्रवाती तूफान से कम से कम 2000 लोग मरे।

    1968- मेक्सिको सिटी में 19वें ओलंपिक खेलों का समापन।

    1978- मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात और इजरायल के प्रधानमंत्री मेनाचेम को शांति का नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया।

    1995- यूक्रेन में कीव स्थित चेननोबिल परमाणु संयंत्र सुरक्षा संबंधी खामियों के कारण पूर्णत: बन्द किया गया।

    1997- एडिनबर्ग (स्काटलैंड) में राष्ट्रकुल शिखर सम्मेलन सम्पन्न।

    2003- चीन में भूकम्प से 50,000 से अधिक लोग प्रभावित।

    2004- चीन ने विशालकाय क्रेन का निर्माण किया।

    2008- केन्द्र सरकार ने अखबार उद्योग के पत्रकारों और गैर पत्रकारों को अंतरिम राहत की अधिसूचना जारी की।

    जन्म

    1984- इरफान पठान- भारत के उम्दा ऑलराउंडर क्रिकेटर।

    1966- दिब्येन्दु बरुआ- भारत में शतरंज के दूसरे ग्रैंड मास्टर हैं।

    1945- लुइज़ इंसियो लूला दा सिल्वा- ब्राज़ील के पैतीसवें राष्ट्रपति रहे हैं।

    1928- दत्ताजी राव गायकवाड़- भारतीय क्रिकेटर थे।

    1920- के.आर. नारायणन- भारत के पूर्व राष्ट्रपति।

    1904- जतीन्द्रनाथ दास- भारत के प्रसिद्ध क्रान्तिकारियों में एक।

    1811- आइजैक मेरिट सिंगर- सिलाई मशीन का आविष्कारक।

    निधन

    1605- अकबर- मुगल शासक।

    1907- ब्रह्मबांधव उपाध्याय- भारतीय स्वतंत्रता सेनानी।

    1942- सत्येन्द्र चंद्र मित्रा- कुशल राजनीतिज्ञ एवं स्वतंत्रता सेनानी थे।

    1947- दीवान रंजीत राय- ‘महावीर चक्र’ से सम्मानित भारतीय सैन्य अधिकारी।

    1947- ब्रिगेडियर राजेन्द्र सिंह-‘महावीर चक्र’ से सम्मानित भारतीय सैन्य अधिकारी थे।

    1953- टी.एस.एस. राजन- स्वतन्त्रता संग्राम में सम्मिलित होने वाले प्रमुख भारतीयों में से एक।

    1977- एस.एम. श्रीनागेश- भारतीय थल सेना के तृतीय थल सेनाध्यक्ष थे।

    1982- प्यारेलाल – गांधी जी के निजी सचिव।

    1987- विजय मर्चेन्ट- डॉन ब्रैडमैन के जमाने के महान् भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी।

    1999- डॉ. नागेन्द्र- प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार।

    2001- प्रदीप कुमार- हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता।

    2003- बी.बी. लिंगदोह- मेघालय के भूतपूर्व मुख्यमंत्री थे। वह तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे।

    2018- मदनलाल खुराना- दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleमहाराष्ट्र विस चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी की 23 उम्मीदवारों की दूसरी सूची 
    Next Article महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 40 स्टार प्रचारकों की सूची की जारी 
    shivam kumar

      Related Posts

      इतिहास के पन्नों में 25 दिसंबरः रूसी टेलीविजन पर हुई थी नाटकीय घोषणा- सोवियत संघ अस्तित्व में नहीं रहा

      December 24, 2024

      इतिहास के पन्नों में 23 दिसंबरः उस दिन को याद कर आज भी सिहर उठते हैं लोग जब देखते-देखते जिंदा जल गए 442 लोग

      December 22, 2024

      इतिहास के पन्नों में 22 दिसंबरः रुड़की-पिरान कलियर तक चली थी भारत की पहली मालगाड़ी

      December 21, 2024
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • देश में कोरोना के मामले बढ़कर हुए 4,302, पिछले 24 घंटे में 7 लोगों को मौत
      • आईपीएल खिताब जीतने पर कोहली ने कहा-ये जीत आत्मा को सुकून दे रही है
      • 17 साल का सूखा खत्म, आरसीबी बनी आईपीएल चैंपियन, फाइनल में पंजाब को 6 रन से हराया
      • पाकिस्तान के खिलाफ दुनिया घूम कर स्वदेश लौटे अभिषेक, विदेशमंत्री की बैठक से बनाई दूरी
      • गाजा में जीएचएफ ने मानवीय सहायता का वितरण रोका
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version