रांची। गृह मंत्री अमित शाह के बाबा भीम राव अंबेडकर पर दिए गए बयान से विपक्षियों में आक्रोश है। इसी क्रम मे कांग्रेस के वरीय नेता पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने अपना विरोध जताया है।
उन्होंने भाजपा को पूर्ण रूप से अंबेडकर विरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का नजरिया पहले से ही बाबा साहेब अम्बेडकर व उनके विचारधारा के खिलाफ व संविधान विरोधी रहा है। जिसको भाजपाइयों ने सदन में उजागर कर दिया।
2024 लोक सभा आम चुनाव में अगर देश के लोगो ने भाजपा को 400 सौ पार करा दिया होता तो आज बाबा साहब का संविधान खत्म हो गया होता। ये लोग संविधान बदलना चाहते हैं।
अमित शाह द्वारा दिया गया बयान इस तरफ इंगित करता है कि भाजपा संविधान,वंचित, दलित ,आदिवासी, पिछड़े एवं अल्पसंख्यकों सहित सभी के हित में कार्य करने वाले बाबा साहेब डाक्टर अम्बेडकर की सबसे बड़ी विरोधी है।
भाजपा की आदिवासी दलित विरोधी नीतियों के कारण ही झारखंड की जनता ने उन्हें नकार दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान पर नहीं चलना चाहती है। यह लोकतंत्र पर भरोसा नहीं करती है। भाजपा नफरत और भेदभाव की राजनीति कर रही है। भाजपा के लोग ह्लसंविधानह्व का विरोध करते – करते अब ह्लबाबा साहब अंबेडकरह्व जी का भी अपमान करने लगे हैं।
हम सबको इनका असली चरित्र पहचानने की जरूरत है। ये आरएसएस के लोग हमारे तिरंगा को नहीं मानते थे। ये लोग आरक्षण खत्म करने और संविधान बदलने की बात कहते हैं।
इन लोगों को देश और संविधान से प्यार ही नहीं है। बीआर आंबेडकर के लिए गृह मंत्री अमित शाह की अपमानजनक टिप्पणी शर्मनाक है। अमित शाह ने बीजेपी और आरएसएस की मनुवादी, सामाजिक भेद करने वाली सोच को उजागर कर दिया, जो आंबेडकर की विरासत का इस्तेमाल राजनीति के लिए करते हैं।
अमित शाह ने भारत के संविधान निमार्ता का अपमान किया है। वह गृह मंत्री जैसे बड़े पद के लिए अनफिट हैं। देश के लोगों को इन्हें जवाब देना होगा। इन्होंने सदन की गरिमा को तार तार कर दिया है। इनकी चाल को समझने की जरूरत है। भाजपा के नफरती विचारधारा को खत्म करना ही इस देश के लोगों का अब प्राथमिक लक्ष्य है। अमित शाह को पूरे देश से माफी मांगने की जरूरत है।