मुंबई। समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आसिम आजमी के खिलाफ हिन्दू समुदाय की भावना आहत करने का आरोप लगाते हुए शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने ठाणे जिले के वागले इस्टेट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया है। नरेश म्हस्के ने अबू आसिम के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
सांसद नरेश म्हस्के ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि अबू आजमी ने मीडिया से बात करते हुए औरंगजेब को अच्छा शासक बताया है। जबकि उसके शासनकाल में हिन्दुओं को अपने तीर्थ दर्शन तक के लिए जजिया कर देना पड़ता था। औरंगजेब के शासनकाल में हिन्दुओं का जबरन धर्म परिवर्तन किया गया था। 40 दिनों तक संभाजी महाराज को औरंगजेब ने धर्म परिवर्तन करने के लिए यातनाएं दी थीं। ऐसे शासक को अच्छा शासक बताकर अबु आजमी ने हिन्दुओं की भावना को दुखाया है। इसी वजह से उन्होंने सोमवार को देर रात वागले इस्टेट पुलिस स्टेशन में खुद जाकर आजमी के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है।
सोमवार को विधानभवन परिसर में अबू आसिम आजमी ने कहा था कि औरंगजेब बहुत अच्छे शासक थे। उनके कार्यकाल में अगर मंदिर तोड़े गए तो मसजिदें भी तोड़ी गई थीं। उन्होंने मसजिदों का निर्माण करवाया तो बहुत से मंदिरों का भी निर्माण करवाया था। औरंगजेब के शासनकाल में भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था, जिसे बाद में अंग्रेजों ने लूट लिया।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसका जोरदार विरोध करते हुए कहा कि अबू आसिम आजमी ने औरंगजेब को अच्छा शासक बताकर हिंदू समाज का अपमान किया है, जबकि औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी राजे को यातनाएं दी थी। एकनाथ शिंदे ने मांग की थी कि अबू आसिम आजमी पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि अबू आसिम आजमी जानबुझकर इस तरह का विवादित बयान जारी कर दो समाज के बीच तनाव पैदा करते हैं। राज्य सरकार को अबू आसिम आजमी पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।