नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बुधवार को भारत की बेटी सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों की पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी के लिए पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि उन्होंने अपनी दृढ़ता, समर्पण और कभी हार न मानने की भावना से सभी को प्रेरित किया है।
राष्ट्रपति ने एक्स पोस्ट में कहा, “नासा के क्रू-9 मिशन की धरती पर सुरक्षित वापसी के पीछे पूरी टीम को बधाई। भारत की बेटी सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों ने अपनी दृढ़ता, समर्पण और कभी हार न मानने की भावना से सभी को प्रेरित किया है। उनकी ऐतिहासिक यात्रा दृढ़ संकल्प, टीम वर्क और असाधारण साहस की कहानी है। मैं उनके दृढ़ संकल्प को सलाम करती हूं और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हूं।”
उल्लेखनीय है कि भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता लिन विलियम्स नासा की एक अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं। उनका जन्म 19 सितंबर 1965 को अमेरिका के ओहिया प्रांत के यूक्लिड में हुआ था। उनके पिता दीपक पंड्या गुजरात से थे, जबकि उनकी मां बोनी पंड्या स्लोवेनियाई मूल की हैं। सुनीता और उनके सहयोगी बुच विल्मोर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पर नौ माह से अधिक समय बिताने के बाद आज पृथ्वी पर लौटे।